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मंहगाई ने खट्टा कर दिया नमकीन का स्वाद, मसाले में भी बढ़ी इतनी कीमत

locationलखनऊPublished: May 20, 2022 10:12:01 am

Submitted by:

Snigdha Singh

Price Hike: एक तरफ जहां महंगाई बढ़ रही है वहां, इससे नमकीन भी अछूती नहीं रही। नमकीन की कीमतों में अचानक इजाफा हो गया। मसालों की दाम का प्रभाव नमकीन पर भी रहा।

Price Hike Namkeen and Spices Know more about inflation

Price Hike Namkeen and Spices Know more about inflation

पनीर की भुजिया हो या आलू भुजिया अब सभी का स्वाद खट्टा हो गया। वजह है नमकीन की बढ़ती कीमतें। लौंग बेसन के बने सेव से लेकर स्पेशल फर्रूखाबादी मठरी की कीमतों के 10-15 फीसदी तक इजाफा हो गया। बढ़ती महंगाई में नमकीन के दाम बढ़ने में भी पीछे नहीं रहे। सबसे ज्यादा असर छोटे पैकेट्स पर पड़ा। अभी तक जो पैकेट पांच रुपए के मिल रहे थे, उनकी कीमत बढ़ाकर सीधे 10 रुपए कर दी। इससे ग्राहकों को और झटका लगा। जहां एक 1 किलोग्राम के पैकेट में 10 रुपए बढ़ तो वहीं 50 ग्राम के पैकेट में सीधे 5 रुपए बढ़ा दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में नमकीन उत्पादन के मामले में फर्रूखाबाद देश का अग्रणी केंद्रों में से एक है। शहर की करीब 1200 छोटी-बड़ी नमकीन इकाइयों से हर साल सैकड़ों करोड़ रुपये का घरेलू कारोबार और निर्यात होता है। सरकार की मंजूरी के बाद कीमतों में करीब 10 से 15 फीसदी तक इजाफा हुआ।
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खाद्य तेलों से लेकर मसाले की बढ़ गई कीमते

नमकीन कारोबारी अमनदीप कौर बताते हैं कि नमकीन की कीमते बढ़ाने की वजह है कि खाद्य तेल से लेकर ट्रांसपोर्ट तक महंगा हो गया है। कोरोना के बाद से पहले से ही घाटे में व्यापार चल रहा है, ऐसे में कीमते बढ़ाना जरूरी था। कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें लम्बे समय से ऊंचे स्तर पर रहने से हमारी परिवहन लागत 15 से 20 फीसदी बढ़ गई।
पैकेजिंग के दाम भी बढ़े

कारोबारियों के मुताबिक नमकीन उत्पादों को पैक करने में प्रयुक्त होने वाला कागज और प्लास्टिक की पन्नी भी महंगी हो गई है। बताया कि कोविड-19 के प्रकोप के कारण नमकीन कारखानों के ज्यादातर मालिकों और विक्रेताओं ने अपने कर्मचारियों की पगार पिछले दो साल से नहीं बढ़ाई थी, लेकिन इस साल अप्रैल में नया वित्त वर्ष शुरू होते ही इनकी तनख्वाह में इजाफा किया गया है। बढ़े खर्चों के आधार पर कीमतें बढ़ाई गई।
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