बीते पांच महीनों से घरेलू और कॉमर्शियल गैस सिलेंडर कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इन पांच महीनों में रसोई गैस 230.50 रुपये प्रति सिलेंडर महंगी हो गई है। वहीं, कॉमर्शियल सिलेंडर के दामों में पांच महीनों के अंतराल में 335 रुपये प्रति सिलेंडर का इजाफा हुआ है। इस बार तेल कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (14.2 kg) के दामों में 58 प्रति सिलेंडर का इजाफा किया है, वहीं कॉमर्शियल सिलेंडर (19 kg) 87 रुपये प्रति सिलेंडर महंगा हो गया है। रेट रिवीजन के बाद अब लखनऊ में गैर सब्सिडी वाला घरेलू रसोई गैस सिलेंडर 917 रुपये का मिलेगा, वहीं कॉमर्शियल सिलेंडर के बदले 1580.50 रुपये प्रति सिलेंडर चुकाने होंगे। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर अब 917 रुपये प्रति सिलेंडर की दर से मिलेगा, जिसमें से 414.22 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी का वापस आएगा।
रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को भी डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी जारी रही। राजधानी लखनऊ में पेट्रोल की कीमत जहां 85 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई, वहीं डीजल की कीमत 75 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई। पेट्रोलियम मंत्रालय का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के बढ़ते दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये के लगातार गिरने के कारण ऐसे हालात पैदा हुए हैं। कांग्रेस, सपा-बसपा सहित तमाम विपक्षी दल डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं।