छात्राओं ने घर पहुंचकर अभिभावकों को प्रिंसिपल की करतूत बताई। मंगलवार को दोनों बहनों के अलावा अन्य कई पीड़ित छात्राएं व अभिभावक कॉलेज पहुंचे। उनकी प्रिंसिपल से कहासुनी शुरू हो गई। तीखी झड़प और गाली गलौज होने के बाद प्रिंसिपल उमाशंकर परिसर में बने अपने घर में घुस गए। अभिभावकों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर हजरतगंज थाने के पुलिस कर्मी पहुंचे। पुलिस कर्मी जब प्रिंसिपल से पूछताछ करने के लिए उनके आवास में दाखिल हुए तो प्रिंसिपल के परिवार ने विरोध कर दिया।
बाबू को चप्पलों से पीटा
जब यह बात महिलाओं को पता चली तो महिलाओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। महिलाओं ने कॉलेज के बाबू को भी चप्पलों से पीटा बाबू वहां से भागा तो महिला ने उन्हें दौड़ाकर कमरे में पकड़ लिया। उसके बाद उसकी जमकर पिटाई कर दी। महिलाकर्मी ने बताया कि यह बाबू उनके साथ अभद्रता व छेड़खानी करता रहता है। कई बार जब इसकी शिकायत की तो प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन आज जब छात्रओं ने आवाज उठाई तो वह भी चुप नहीं रहीं।
फ़ोन पर भी करते थे अश्लील बातें
कई छात्रओं ने आरोप लगाया कि उमाशंकर सिंह उनसे मोबाइल नंबर मांगते थे। नंबर लेने के बाद वह उनकों फोन करते थे। ¨प्रसिपल होने के कारण छात्रएं उन्हें नजरअंदाज नहीं कर पाती थी। छात्रओं ने बताया कि वह फोन पर भी अश्लील बातें करते थे। वहीं कई छात्रओं के घर भी वह आते-जाते थे। बोर्ड परीक्षाओं में दूसरे स्कूल के शिक्षकों की ड्यूटी नेशनल इंटर कॉलेज में लगाई गई थी। इनमें से एक महिला शिक्षिका ने कॉलेज की एक शिक्षिका को व्हाट्सएप पर मैसेज कर बताया कि ड्यूटी के दौरान कॉलेज के ¨प्रसिपल अश्लील हरकतें करते थे। पहले उन्होंने नंबर लेकर फोन किया, फिर कॉलेज में अजीबोगरीब हरकतें करते थे। उसने बताया कि उसने जब इसका सख्ती से विरोध किया तो उन्होंने हरकतें बंद की।
दोपहर बाद आरोपी प्रिंसिपल उमाशंकर सिंह ने पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कॉलेज में तैनात एक शिक्षक प्रिंसिपल बनने की जद्दोजहद में जुटे हुए थे, उसी दौरान वह प्रिंसिपल बनकर कॉलेज में आ गए। इस वजह से वह शिक्षक उनके विरोध में रहते हैं। साथ ही एक और शिक्षक भी उनके साथ शामिल हैं। प्रिंसिपल ने कहा कि इन दोनों शिक्षकों ने साजिश के तहत उन पर आरोप लगवाया है। जिससे उनकी व कॉलेज की छवि खराब हो सके।
डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले में छेड़छाड़ का मामला उठने पर नेशनल कॉलेज के प्रिंसिपल से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण के बाद विभागीय जांच कराई जाएगी। उसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीआईओएस कहा कि स्कूल में छात्रओं से छेड़छाड़ को मामला बेहद गंभीर है।