अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) चौक, आई.पी. सिंह ने कहा कि सतवीर ने कथित तौर पर 18 जनवरी की रात को लखनऊ जिला जेल में अपनी गर्दन काटने के लिए एक डिस्पोजेबल ब्लेड का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन अस्पताल के अधिकारियों ने उसे केजीएमयू रेफर कर दिया था। डॉक्टरों ने उसे कुछ दिनों तक वहीं भर्ती रहने की सलाह दी। सुरक्षा के लिए दो आरक्षक अंकुर व अरविंद को दिन की ड्यूटी और कांस्टेबल रवि कुमार व योगेश कुमार को रात की पाली में तैनात किया गया था।
सिंह ने कहा कि हालांकि सतवीर पुलिस हिरासत से फरार हो गया। जब कांस्टेबल रवि कुमार और योगेश कुमार दिन की पाली में अपने साथी कांस्टेबल से ड्यूटी का प्रभार ले रहे थे।उन्होंने कहा कि लापता अपराधी की तलाश के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।
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