पूर्वी उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल फूंकने से पहले प्रियंका का पूरा ध्यान चुनावी समीकरण दुरुस्त करने पर है। प्रियंका की नजर यूपी के उन छोटे दलों पर है जो सपा-बसपा गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं और एनडीए से नाराज चल रहे हैं। उनकी नजर योगी सरकार के नाराज सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और अपना दल (एस) पर भी है। सपा-बसपा गठबंधन के बाद से टिकट न मिलने से नाराज इन दलों के नेता भी कांग्रेस की ओर रुख कर रहे हैं।
26 वर्षों तक बसपा में रहे दर्जा प्राप्त पूर्व राज्यमंत्री देवेंद्र कुमार चिल्लू ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने समर्थकों संग उनको कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई। सूत्रों की मानें तो चिल्लू आगरा सुरक्षित सीट से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन चर्चा है कि पार्टी सुप्रीमो मायावती यहां से मनोज सोनी का टिकट पक्का कर दिया है। ऐसे में उन्होंने हाथी का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। बसपा संगठन में कई महत्वपूर्व पदों पर रहे देवेंद्र कुमार चिल्लू वर्ष 2008 में मायावती सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बने थे। चिल्लू जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी के पद पर भी रह चुके हैं। कांग्रेस से टिकट की आस लगाये पूर्व मंत्री ने समर्थकों संग बसपा से किनारा कर लिया।