उन्होंने कहा कि जो सच्चा धर्म होता है वह कभी बैर नहीं रख सकता, कभी लोगों को अलग नहीं कर सकता। लोगों को तोड़ नहीं सकता। उसका स्वभाव यही होता है कि आपके मन को शीतल बनाता है, मन में करुणा जगाता है और लोगों को आपस में भाइयों की तरह, बहनों की तरह जोड़ता है। कहाकि यहां आने के पीछे न कोई राजनीति है और न कोई मकसद।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मेरी आशा है कि संत शिरोमणि रविदास महाराज जी की जो ख्वाहिश थी कि आपसी प्रेम व सद्भाव हो और एक दूसरे की सेवा की जाए। यह ख्वाहिश राजनीति में भी कायम रहे। मेरी तरह जो लोग राजनीति में आते हैं, वह इसी सेवा भाव से देश की सेवा करें। एक बार मैं आप सबको बहुत बहुत शुभकामनाएं देना चाहती हूं। आज आपका खास त्यौहार है, खास दिन है। आप सब यहां श्रद्धा पूर्वक आए हैं। मैं आपको शुभकामनाएं देती हूं, धन्यवाद देती हूं कि आपने इस देश में यह धर्म कायम रखा और अपने दिल में धारण रखा।