एक लाख खाने के पैकेट बांटने का दावा कांग्रेस पार्टी के अनुसार, यूपी के विभिन्न जिलों में मदद पहुंचाई जा रही है। अब तक गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, सीतापुर, नोएडा, लखीमपुर खीरी, कानपुर, बाराबंकी, गोरखपुर, बस्ती, मथुरा, संतकबीर नगर, कुशीनगर, प्रयागराज, सिद्धार्थनगर, फतेहपुर और झांसी में हाईवे पर मजदूरों को खानपान की सामग्री बांटी गई है। कांग्रेस पार्टी ने करीब एक लाख पैकेट बांटने का दावा किया है।
इसके साथ ही प्रदेश के अलग-अलग शहरों में रसोई घर भी शुरू किया गया है। ये रसोई घर राजधानी लखनऊ के अलावा, नोएडा, गाजियाबाद, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, बुलंदशहर, मथुरा, चंदौली और वाराणसी में शुरू किए गए हैं। महासचिव प्रियंका गांधी की देख रेख में पूरे प्रदेश में राहत का काम चल रहा है। घर-घर राशन बांटे जा रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों के घरों तक जाकर खाना वितरित कर रहे हैं।
प्रियंका ने बनाया कांग्रेस फाइट्स कोरोना ग्रुप प्रियंका गांधी ने ‘कांग्रेस फाइट्स कोरोना’ के नाम से एक वाट्सऐप ग्रुप भी बनाया है। इस ग्रुप में वे बेसहारा लोगों की मदद करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश देती हैं। कोई भूखा ना सोए इसलिए हर जिले में कमिटी भी बनाई गई है।
बसें चलाने की मांगी अनुमति प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को पत्र लिखकर एक हजार बसें चलाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने कहा है कि इसका पूरा खर्च कांग्रेस उठाएगी। पत्र में प्रियंका ने लिखा है कि लाखों की संख्या में प्रदेश के मजदूर देश के कोने-कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं। सरकार की लगातार घोषणाओं के बावजूद प्रवासी श्रमिक पैदल आ रहे है। उन्हें सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्रदेश में अब तक करीब 65 मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है। यह संख्या प्रदेश में कोरोना महामारी से मरने वालों से अधिक है।
पलायन करते हुए बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कांग्रेस 500 बसें गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर और 500 बसें नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है। हम 1000 बसें चलाने की आपसे अनुमति चाहते हैं। राष्ट्र निर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता। कांग्रेस उनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।