काम के दबाव में दे दी जान दरअसल, बांदा के बबेरू क्षेत्र के पल्हरी में माध्यमिक विद्यालय में लगे बीएलओ (BLO) कर्मी राजेश कुमार (29) ने काम के बढ़ते बोझ के दबाव में आत्महत्या कर ली। उन्हें कई महीनों से वेतन भी नहीं मिला था और 10-10 घंटों कर काम करवाया जाता था। सहकर्मियों के मुताबिक प्रशासन डीएम हीरालाल द्वारा 90 प्रतिशत मतदान लक्ष्य के नाम पर अनुदेशक संविदाकर्मियों का शोषण किया जा रहा था जिसका दबाव मृतक बर्दाश्त नहीं कर पाया।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उच्च प्राथमिक अनुदेशक संघ की बांदा जिले की इकाई ने गवर्नर को ज्ञापन देकर बताया कि चार माह से मानदेय न मिलने से राजेश परेशान था। उसने 10 अप्रैल को बीआरसी बबेरू में खुद जाकर अर्जी दी थी उसे प्राथमिक स्कूल से संबद्ध कर दिया जाए। इस संबंध में संघ ने जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मृतक राजेश शिक्षा विभाग में संविदा अनुदेशक के पद पर तैनात था। उसकी ड्यूटी चुनावी कार्य में लगाई गई थी।