उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में वह शहीदों के परिजनों के साथ हैं। इस मौके पर राजनीति करना ठीक नहीं। प्रियंका ने कांग्रेसियों संग मौन रहकर दो मिनट की श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 28 जवान शहीद हो गये, जबकि 36 अन्य घायल हो गये।
कांग्रेसियों का कहना है कि प्रियंका गांधी वाड्रा प्रेसवार्ता में बिना बोले ही बहुत कुछ कह गई हैं। पुलवामा हमले से दुखी प्रियंका ने पीसी कैंसिल कर दी। जाहिर सी बात है कि उनके लिए देश और जवान पहले हैं, राजनीति बाद में।
प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया 12 से 14 फरवरी तक उत्तर प्रदेश दौरे पर थे। पहले दिन रोड शो के बाद उन्होंने अगले तीन दिन लगातार यूपी में कार्यकर्ताओं-नेताओं से मुलाकात की। लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति पर चर्चा हुई। उनसे फीडबैक लिया और चुनावी तैयारियों पर मंथन भी किया। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया कार्यकर्ताओं में जोश भरने में सफल रहे हैं।
प्रियंका गांधी पार्टी नेताओं के साथ मैराथन बैठक में व्यस्त रहीं।
इस घड़ी में वह शहीदों के परिजनों के साथ हैं। इस मौके पर राजनीति करना ठीक नहीं