महाकाल मंदिर परिसर में पकड़ा गया था विकास दुबे जानकारी के मुताबिक बिकरू कांड को अंजाम देने के बाद विकास दुबे फरार हो गया था और वह राजस्थान के झालावाड़ शहर से बस में बैठकर 9 जुलाई की सुबह उज्जैन के देवास गेट बस स्टैंड पर उतरा था। यहां से वह ऑटो में बैठकर शिप्रा नदी में स्नान करने गया था। इसके बाद सुबह 7:45 पर वह महाकाल मंदिर आया था। यहां पहुंचने पर उसे हार फूल की दुकान चलाने वाले सुरेश कहार ने सबसे पहले पहचाना और मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को इसकी सूचना दी थी। बाद में सुरक्षाकर्मी और कुछ पुलिस जवान उसे महाकाल चौकी ले गए थे। वहां तस्दीक के बाद उसको गिरफ्तार कर लिया गया था।
मुठभेड़ में मारा गया था विकास दुबे उसके बाद विकास दुबे को उत्तर प्रदेश एसटीएफ को सौंप दिया गया था और फिर वापस आते समय मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई थी। विकास दुबे पर घोषित 5 लाख का ईनाम प्राप्त करने वालों की सूची बनाने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। इसमें एसपी रूपेश द्विवेदी, अमरेंद्र सिंह और आकाश भूरिया को शामिल किया गया। विकास दुबे को सबसे पहले फूल की दुकान चलाने वाले सुरेश कहार ने पहचाना था। महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी राहुल शर्मा, धर्मेंद्र परमार सहित पुलिस आरक्षक विजय राठौर, जितेंद्र कुमार, परसराम में भी ईनाम राशि बांटी जाएगी।