यह होगी बढ़ोत्तरी घरेलू बिजली की 150 यूनिट तक 4.90 रुपये प्रति यूनिट की दर बढ़ाकर 6.20 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव है। वहीं घरेलू उपयोग के लिए निर्धारित हर स्लैब की दरों में भी वृद्धि का प्रस्ताव है। वहीं वाणिज्यिक उपभोगताओं की दर में 15 प्रतिशत वृद्धि करने का प्रस्ताव है।
बिजली दरों की बढ़त के लिए प्रस्ताव यूनिट वर्तमान दर प्रस्तावित वृद्धि 0-150 4.90 रुपये 6.20 रुपये
151-300 5.40 रुपये 6.50 रुपये
301-500 6.20 रुपये 7 रुपये
500 से ज्यादा 6.50 रुपये 7.50 रुपये
घरेलू (बीपीएल) 3 रुपये से 100 यूनिट 3 रुपये से 50 यूनिट तक
घरेलू ग्रामीण (अनमीटर्ड) 400 रुपये किलोवाट प्रतिमाह 500 रुपये किलोवाट प्रतिमाह
151-300 5.40 रुपये 6.50 रुपये
301-500 6.20 रुपये 7 रुपये
500 से ज्यादा 6.50 रुपये 7.50 रुपये
घरेलू (बीपीएल) 3 रुपये से 100 यूनिट 3 रुपये से 50 यूनिट तक
घरेलू ग्रामीण (अनमीटर्ड) 400 रुपये किलोवाट प्रतिमाह 500 रुपये किलोवाट प्रतिमाह
फिक्स चार्ज में भी बढ़त बिजली दरों के साथ फिक्स चार्ज में भी बढ़त करने का प्रस्ताव है। बिजली कंपनियों ने शहरी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का प्रति किलोवाट फिक्स्ड चार्ज 100 रुपये से बढ़ाकर 110 रुपये करने का प्रस्ताव दिया है। वहीं, बीपीएल कनेक्शन पर फिक्स चार्ज 50 रुपये प्रति किलोवाट बढ़ाकर 75 रुपये प्रति किलोवाट का प्रस्ताव है।
बिजली दरों में बढ़ोतरी का विरोध राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बिजली दरों में प्रस्तावित वृद्धि पर विरोध जताया है। उनका कहना है कि अगर वृद्धि का प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो उनका संगठन उपभोक्ताओं की मदद से आंदोलन करेगा। घरेलू उपभोक्ताओं, किसानों और गरीबी की वृद्धि दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर उन्होंने आपत्ती जताई है। वृद्धि वापस न लेने पर उन्होंने संगठन उपभोक्ताओं की मदद से पूरे प्रदेश का उग्र आंदोलन करेंगे। उनकी शिकायत है कि उपभोक्ताओं से जुटाए गए पैसे अभियंताओं को इनाम के नाम पर देकर फजूलखर्ची की जा रही है। भरपाई करने के लिए गरीब और ग्रामीण किसानों की दरों में वृद्धि की जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव वापस लेने की मांग की है।