कर्ज से मुक्ति मिलेगी ज्योतिषाचार्य अशोक पांडेय के अनुसार धनतेरस पर ग्रह-गोचरों का बढिय़ा संयोग बन रहा है। इस बार सभी ग्रहों के चार भाव में रहने से केदा? योग ?? बना है, जबकि चंद्रमा के दूसरे भाव में शुक्र के रहने से सुनफा योग बनेगा। ज्योतिषाचार्य प्रियेन्दु प्रियदर्शी के अनुसार धन को तेरह गुणा बढ़ाने वाली वैदिक और पौराणिक विधि है धनतेरस।
धनतेरस पर लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा पर तुलसी के रस, हल्दी ईत्र के छिड़काव से धन सौभाग्य की वृद्धि और कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
धनतेरस पर लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा पर तुलसी के रस, हल्दी ईत्र के छिड़काव से धन सौभाग्य की वृद्धि और कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
पांचों दिन पांच दिए पांचों दिन पांच-पांच दीये जलाएं
धनतेरस से ही पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस दौरान पांच देवताओं गणेश जी, मां लक्ष्मी, ब्राह्मा, विष्णु और महेश की पूजा होती है। आचार्य आशीष त्रिपाठी ने बताया कि इन पांच दिन पांच-पांच दीये जलाने से पांचों देवताओं की कृपा मिलती है। धनतेरस के अगले दिन छोटी दीपावली, हनुमान जयंती और उसके अगले दिन दीपावली, फिर गोवद्र्धन पूजा और पांचवें दिन भैयादूज मनाया जाएगा।
धनतेरस से ही पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस दौरान पांच देवताओं गणेश जी, मां लक्ष्मी, ब्राह्मा, विष्णु और महेश की पूजा होती है। आचार्य आशीष त्रिपाठी ने बताया कि इन पांच दिन पांच-पांच दीये जलाने से पांचों देवताओं की कृपा मिलती है। धनतेरस के अगले दिन छोटी दीपावली, हनुमान जयंती और उसके अगले दिन दीपावली, फिर गोवद्र्धन पूजा और पांचवें दिन भैयादूज मनाया जाएगा।
ये है खरीदारी का शुभ मुहूर्त -सुबह 6.08 से 9.17 बजे तक
-दोपहर 12.40 से 3.25 बजे तक
-शाम में 5.25 से रात 9.17 बजे
स्थिर वृष लग्र में- शाम 7.30 बजे से रात 9.17 बजे तक
प्रदोष काल मुहूर्त
शाम 5.45 बजे से रात 8.17 बजे तक
राशियों के लिए शुभ मुहूर्त
मेष, कर्क, तुला और मकर- दोपहर 1.50 से 2.30 बजे तक
वृक्ष, सिंह, वृश्चिक और कुंभ- दोपहर 3.20 से शाम 4.50 बजे तक
मिथुन, कन्या, धनु और मीन- शाम 4.50 से 6.10 बजे तक
राशि के अनुसार खरीदारी
मेष- सोना, पीतल, स्टील बर्तन, कांस्य प्रतिमा
वृष- चांदी, अल्युमिनियम, शृंगार प्रसाधन के सामान
मिथुन-सोना, तांबा, लोहा, लक्ष्मी-गणेश की कांसे की प्रतिमा
कर्क- चांदी के चेन, स्टील, फ्रिज
सिंह- सोना, कांसा, पढऩे का मेज
कन्या-सोना, पीतल, गणेश प्रतिमा, इलेक्ट्रिक सामान
तुला- हीेरे की अंगूठी चांदी, शृंगार के सामान
वृश्चिक -सोना, तांबा, वाहन
धनु- सोना, पीतल, कांसा की प्रतिमा
मकर, कुंभ- लोहा स्टील के सामान, आलमीरा
मीन- सोना, पीतल, एक्वेरियम और फ्रिज
-दोपहर 12.40 से 3.25 बजे तक
-शाम में 5.25 से रात 9.17 बजे
स्थिर वृष लग्र में- शाम 7.30 बजे से रात 9.17 बजे तक
प्रदोष काल मुहूर्त
शाम 5.45 बजे से रात 8.17 बजे तक
राशियों के लिए शुभ मुहूर्त
मेष, कर्क, तुला और मकर- दोपहर 1.50 से 2.30 बजे तक
वृक्ष, सिंह, वृश्चिक और कुंभ- दोपहर 3.20 से शाम 4.50 बजे तक
मिथुन, कन्या, धनु और मीन- शाम 4.50 से 6.10 बजे तक
राशि के अनुसार खरीदारी
मेष- सोना, पीतल, स्टील बर्तन, कांस्य प्रतिमा
वृष- चांदी, अल्युमिनियम, शृंगार प्रसाधन के सामान
मिथुन-सोना, तांबा, लोहा, लक्ष्मी-गणेश की कांसे की प्रतिमा
कर्क- चांदी के चेन, स्टील, फ्रिज
सिंह- सोना, कांसा, पढऩे का मेज
कन्या-सोना, पीतल, गणेश प्रतिमा, इलेक्ट्रिक सामान
तुला- हीेरे की अंगूठी चांदी, शृंगार के सामान
वृश्चिक -सोना, तांबा, वाहन
धनु- सोना, पीतल, कांसा की प्रतिमा
मकर, कुंभ- लोहा स्टील के सामान, आलमीरा
मीन- सोना, पीतल, एक्वेरियम और फ्रिज