आपको बताते चलें कि राजा भैया पहले सपा समर्थित थे लेकिन सपा से उनकी राज्य सभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के आरोप के चलते सपा से उनकी दूरी बढ़ गयी। इसके बाद राजा भैया भाजपा के नजदीक आ गए। इसके बाद राजा भैया ने अपनी नई पार्टी भी बना डाली। भाजपा से गठबंधन की चर्चा भी कई दिनों से जोरों पर थी लेकिन राजा भैया ने इसका खंडन कर दिया था जिसके चलते यूपी की सियासत गर्म हो गयी है। पर अब राजा भैया के भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक वह जल्द ही राजा भैया पार्टी ज्वाइन करेंगे।
भाजपा के मंत्री रह चुके हैं राजा भैया बता दें, पूर्व की भाजपा सरकार में राजा भैया मंत्री भी रह चुके हैं। 1997 की कल्याण सिंह की सरकार में राजा भैया मंत्री थे। राजा भैया अपने क्षेत्र और उसके आसपास की 2 दर्जन से ज्यादा की विधानसभा सीटों पर अच्छा खासा असर रखते हैं। यही कारण है कि राजा भैया अब तक लगातार अपने क्षेत्र में चुनाव जीतते आए हैं।
पहले भी आती रहीं हैं भाजपा में शामिल होने की खबरें
राजा भैया के भाजपा में शामिल होने की चर्चा 2014 के लोकसभा चुनाव में भी हूई थी। इसके बाद 2016 में जब सपा में पारिवारिक विवाद बढ़ा तो भी ऐसी खबरें आई थीं कि राजा भैया बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। राजा भैया सपा संरक्षक मुलायम सिंह और शिवपाल के खास माने जाते हैं। लेकिन अब जब सपा में मुलायम और शिवपाल हाशिए पर चले गए हैं, तो राजा भैया बीजेपी में जाने का मन बना रहे हैं।
राजा भैया के भाजपा में शामिल होने की चर्चा 2014 के लोकसभा चुनाव में भी हूई थी। इसके बाद 2016 में जब सपा में पारिवारिक विवाद बढ़ा तो भी ऐसी खबरें आई थीं कि राजा भैया बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। राजा भैया सपा संरक्षक मुलायम सिंह और शिवपाल के खास माने जाते हैं। लेकिन अब जब सपा में मुलायम और शिवपाल हाशिए पर चले गए हैं, तो राजा भैया बीजेपी में जाने का मन बना रहे हैं।