विरोधियों ने साधा निशाना विरोधी दल राहुल गांधी के दो जगहों से चुनाव लड़ने पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि राहुल को अमेठी में हार का डर सता रहा है, इसीलिए वह दूसरी जगह से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि विपक्षियों को जवाब देते हुए कांग्रेस ने कहा कि कार्यकर्ताओं की लगातार आ रही मांग को देखते हुए पार्टी ने यह फैसला लिया है। अमेठी राहुल गांधी के लिए परिवार जैसा है और वह यहां से कभी दूर नहीं जाएंगे। आपको बता दें कि अमेठी लोकसभा सीट यूपी की सबसे वीआईपी सीटों में से एक है। जहां उनका सीधा मुकाबला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से होगा। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी स्मृति ईरानी ने राहुल को यहां कड़ी टक्कर दी थी।
कांग्रेस पक्की करना चाहती है राहुल की जीत हालांकि अमेठी में बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना यह है कि कांग्रेस कहीं न कहीं अमेठी में राहुल की जीत को लेकर आशंकित है। तीन बार से अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद राहुल गांधी को स्मृति ईरानी इस बार कड़ी टक्कर देंगी। इसके अलावा मेनका गांधी भी सुल्तानपुर से लड़ने जा रही हैं, जिसका भी कहीं न कहीं सीधा असर स्मृति ईरानी के पक्ष में जा सकता है। इसीलिए राहुल गांधी को अमेठी के साथ ही वायनाड से लड़ाकर कांग्रेस उनकी जीत पक्की करना चाह रही है।
स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर साधा था निशाना आपको बता दें कि जब राहुल गांधी के केरल के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने की बात सामने आना शुरू हुई थीं, तभी स्मृति ईरानी ने अपने ट्विटर अकाउंट से राहुल गांधी पर निशाना साधा था। स्मृति ईरानी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि बुलावों का स्वांग रचा जा रहा है, क्योंकि अमेठी की जनता ने राहुल गांधी को नकार दिया है। स्मृति ईरानी ने लिखा कि अमेठी ने भगाया, जगह-जगह से बुलावे का स्वांग रचाया, क्योंकि जनता ने ठुकराया। सिंहासन खाली करो राहुल जी कि जनता आती है। स्मृति ईरानी ने अपने ट्वीट नें भाग राहुल भाग का भी हैशटैग इस्तेमाल किया था।