यूपी में तबाही की बारिश से पिछले 24 घंटों के दौरान 18 लोगों की मौत हो गई। गोण्डा और कुशीनगर में तीन-तीन, बिजनौर और मिर्जापुर में दो-दो, बहराइच, सीतापुर, मेरठ, उन्नाव, औरैया, सुल्तानपुर, जौनपुर और एटा में एक-एक व्यक्ति की जान गयी है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार यूपी में बारिश अगले 2-3 दिन तक जारी रहेगी। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 10 सेंटीमीटर बिजनौर में हुई। बीकापुर और गौतमबुद्ध नगर में 9-9 सेंटीमीटर, सुल्तानपुर, उन्नाव और अयोध्या में 8-8 सेंटीमीटर व मेरठ और संभल में 7-7 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गई।
ललितपुर स्थित तालबेहट तहसील गांव में अचानक आई बाढ़ का पानी लोगों के लिए मुसीबत बन गया। ग्रामीणों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर व रेस्क्यू ऑपरेशन टीम भेजी गयी। वहीं बेतवा नदी के तटवर्ती ग्राम वर्मा बिहार के आसपास के क्षेत्रों में भी अचानक पानी भर गया, जहां नाव के जरिए ग्रामीणों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए जाने का प्रयास किया गया। थाना बालाबेहट के पास सोंर नदी का पुल पार करते समय बाढ़ के पानी में बस बहकर नदी में गिर गई।
फतेहपुर में घर गिरने से पांच लोगों की मलबे में दब कर व उरई में कच्चे घर की दीवार ढहने से एक बच्ची की मौत हो गई। औरैया में बारिश से दीवार के गीली होने से दो मकानों में करंट की चपेट में आकर तीन लोग की मौत हो गयी। वहीं फैजाबाद के मिल्कीपुर तहसील के कुमारगंज थाना क्षेत्र के पूरे रमपुरवा में महिला रामावती (५०) का कच्चा मकान गिरने से रामावती व उनका बेटा शिवप्रकाश (१२) एवं पुत्री रानी (१०) मलबे में दब गईं जिससे तीनों गंभीर घायल हो गए। अंबेडकरनगर जिले के अहिरौली थाना क्षेत्र के पांडेय पैकोली गांव में खपरैल का मकान गिर जाने से विपता देवी (65) पत्नी घिसियावन की मौत हो गई। इसी थाना क्षेत्र के मिझौड़ा गांव में कच्चा मकान ढह जाने से पल्टू (68) पुत्र राम लखन की मलबे में दबकर मौत हो गई।
नदियां उफान पर
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश के चलते अधिकतर नदियां उफनाई हुई हैं। गोंडा में घाघरा, अयोध्या में सरयू, फर्रुखाबाद और कानपुर में गंगा, लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में शारदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है तो वहीं घाघरा बाराबंकी के एल्गिनब्रिज पर 66 सेमी ऊपर बह रही है।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश के चलते अधिकतर नदियां उफनाई हुई हैं। गोंडा में घाघरा, अयोध्या में सरयू, फर्रुखाबाद और कानपुर में गंगा, लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में शारदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है तो वहीं घाघरा बाराबंकी के एल्गिनब्रिज पर 66 सेमी ऊपर बह रही है।
बाढ़ के पानी से वाहनों का आवागमन प्रभावित फर्रूखाबाद में बदायूं मार्ग पर बाढ़ का पानी बहने से छोटे वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। खुद को सुरक्षित करने के लिए ग्रामीणों ने ट्रैक्टर-ट्रौली या किसी अन्य ऊंचे स्थान पर बसेरा बनाया। गंगा व रामगंगा की बाढ़ के पानी से तटवर्ती गांव की अधिकांश भूमि जलमग्न हो गई है और खेत में खड़ी फसलें कई दिनों से बाढ़ के पानी में डूबी हुई हैं। जिससे फसलें खराब हो गई हैं।