आरएलडी अब भी सपा के साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा था। अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) की अब समाजवादी पार्टी से नजदीकी बढ़ रही है। एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की हाल ही में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात हुई, जिसे नए गठबंधन की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बसपा से अलग होने के बाद एसपी और आरएलडी अब भी गठबंधन का हिस्सा हैं। सूत्रों का दावा है कि अखिलेश और ओम प्रकाश राजभर के बीच विधानसभा उपचुनाव को लेकर विस्तार से चर्चा हुई, जिसमें राजभर ने उपचुनाव के लिए तीन सीटों की मांग रखी।
अखिलेश और राजभर करते हैं ओबीसी की सियासत अखिलेश की एसपी हो या फिर ओम प्रकाश राजभर की एसबीएसपी, दोनों का वोट बैंक पिछड़ा वर्ग है। एसपी के साथ जहां यादव वोटर हैं, वहीं एसबीएसपी अति पिछड़ी जातियों की राजनीति करती है। इन्हीं अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए एसबीएसपी आरक्षण के वर्गीकरण की मांग करती आई है। इनमें 17 प्रमुख जातियां वे हैं, जिन्हें पिछले दिनों अनुसूचित जाति में शामिल करने का आदेश जारी किया गया था। लम्बे समय से दोनो दल इसी की सियासत करते चले आ रहे हैं।
इन जातियों पर है मजबूत पकड़ राजभर की पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जातियों पर गहरी पैठ है। इन जातियों (निषाद, बिंद, मल्लाह, केवट, कश्यप, भर, धीवर, बाथम, मछुआरा, प्रजापति, राजभर, कहार, कुम्हार, धीमर, मांझी, तुरहा और गौड़) की आबादी करीब 13.63 फीसदी है। चुनावों में इन जातियों का रुझान जीत की दिशा तय कर सकता है। एसबीएसपी और एसपी दोनों के नेता जानते हैं कि उनका वोटबैंक एक हो जाए, तो बीजेपी को रोका जा सकता है।
अखिलेश पर अटकी है समझौते की बात सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरुण राजभर के मुताबिक अखिलेश से ओम प्रकाश राजभर की शुक्रवार को हुई मुलाकात सकारात्मक रही। उन्होंने कहा कि अभी सीटों को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन हमारी पार्टी जलालपुर, बलहा सहित तीन सीटों पर चुनाव की तैयारी में है। इन क्षेत्रों में हम जनसभाएं कर रहे हैं। अभी एसपी और एसबीएसपी दोनों को प्रांतीय कमिटियों का गठन करना है। गठन होने के बाद सीटों पर चर्चा होगी।