लखनऊ. समाजवादी पार्टी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का नामांकन रद होने के बाद उप्र में राज्यसभा की दस सीटों के चुनाव के लिए अब 10 प्रत्याशी ही मैदान में हैं। इसलिए सभी का निर्विरोध निर्वाचन तय है। विधानसभा में मौजूदा सदस्यों के मुताबिक भाजपा के आठ, सपा और बसपा के एक-एक प्रत्याशी जीतेंगे। मतदान 09 नवम्बर को होगा। इसी दिन परिणाम आएगा।
विधानसभा में दलीय स्थिति
कुल सदस्य-403
मौजूदा सदस्य-395
कुल सीटें खाली-08
कुल वोट पड़ेगे-392
(विधायक मुख्तार अंसारी, तंजीन फातिमा और विजय मिश्र जेल में हैं इसलिए वोट नहीं डाल सकेंगे)
भाजपा-306
सपा-47
बसपा-18
अपनादल-09
कांग्रेस-07
सुभासपा–04
निर्दल-03
निषाद पार्टी-01
रालोद-01 यह है जीत का गणित
मौजूदा सदस्यों की संख्या के मुताबिक राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 36 विधायकों के वोटों की जरूरत होगी। इस तरह 288 विधायकों के वोट से बीजेपी आठ सीट जीते लेगी। इसके बाद उसके 18 विधायक बचेंगे। नौ विधायक बीजेपी के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के पास हैं। समाजवादी पार्टी के नितिन अग्रवाल, कांग्रेस के राकेश सिंह, अदिति सिंह और बसपा के अनिल सिंह भी बीजेपी के साथ माने जा रहे हैं। सपा के पास कुल 47 विधायक हैं। पार्टी उम्मीदवार रामगोपाल यादव को जिताने के बाद सपा के पास 10 विधायकों के वोट अतिरिक्त बचेंगे। जबकि सात विधायकों को निलंबन के बाद बसपा के पास 11 विधायक हैं। कांग्रेस के 07, सुभासपा के 04, तीन निर्दलीय विधायक और एक-एक रालोद और निषाद पार्टी के विधायक हैं। इस तरह बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी के समर्थन से बसपा कैंडिडेट की जीत लगभग पक्की है।
कुल सदस्य-403
मौजूदा सदस्य-395
कुल सीटें खाली-08
कुल वोट पड़ेगे-392
(विधायक मुख्तार अंसारी, तंजीन फातिमा और विजय मिश्र जेल में हैं इसलिए वोट नहीं डाल सकेंगे)
भाजपा-306
सपा-47
बसपा-18
अपनादल-09
कांग्रेस-07
सुभासपा–04
निर्दल-03
निषाद पार्टी-01
रालोद-01 यह है जीत का गणित
मौजूदा सदस्यों की संख्या के मुताबिक राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 36 विधायकों के वोटों की जरूरत होगी। इस तरह 288 विधायकों के वोट से बीजेपी आठ सीट जीते लेगी। इसके बाद उसके 18 विधायक बचेंगे। नौ विधायक बीजेपी के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के पास हैं। समाजवादी पार्टी के नितिन अग्रवाल, कांग्रेस के राकेश सिंह, अदिति सिंह और बसपा के अनिल सिंह भी बीजेपी के साथ माने जा रहे हैं। सपा के पास कुल 47 विधायक हैं। पार्टी उम्मीदवार रामगोपाल यादव को जिताने के बाद सपा के पास 10 विधायकों के वोट अतिरिक्त बचेंगे। जबकि सात विधायकों को निलंबन के बाद बसपा के पास 11 विधायक हैं। कांग्रेस के 07, सुभासपा के 04, तीन निर्दलीय विधायक और एक-एक रालोद और निषाद पार्टी के विधायक हैं। इस तरह बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी के समर्थन से बसपा कैंडिडेट की जीत लगभग पक्की है।