केंद्र सरकार में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश से भी कुछ सांसदों के नाम मंत्री बनने की दौड़ में शामिल है। इसमें शिवप्रताप शुक्ला का नाम सबसे आगे चल रहा है। शिव प्रताप शुक्ला अभी राज्यसभा से सांसद हैं और सीएम योगी के क्षेत्र गोरखपुर के रहने वाले हैं। मोदी मंत्रिमंडल में शिवप्रताप शुक्ला का जाना लगभग तय माना जा रहा है। वहीं, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और यूपी के बागपत से भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह का भी मंत्री बनना लगभग तय है। सत्यपाल सिंह ने रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह को २०१४ के लोकसभा चुनाव में हराया था। संभावना है कि इसी का पुरस्कार उन्हें मंत्री पद के रूप में दिया जा सकता है। वहीं, भाजपा यूपी में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मजबूत करने के इरादे से भी सत्यपाल सिंह को केंद्र में मंत्री बना सकती है, ताकि इसका लाभ २०१९ के लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिल सके।
कौन हैं शिव प्रताप शुक्लाउत्तर प्रदेश चुनाव में जातीय समीकरण को साधने के लिए भाजपा हाईकमान केंद्र में राज्यसभा से सांसद शिव प्रताप शुक्ला को मंत्री बना सकती है। मालूम हो कि शिव प्रताप शुक्ला को 2012 में उत्तर प्रदेश भाजपा का उपाध्यक्ष बनाया गया था। वह गोरखपुर के दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय से लॉ ग्रेजुएट हैं। उन्हें पार्टी ने 1996-98 में राज्य मंत्री का जिम्मा भी सौंपा था। उन्हें
राजनाथ सिंह की सरकार में ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
यूपी से अभी केंद्र में ये हैं मंत्रीकेंद्र में
नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद सबसे ज्यादा मंत्री उत्तर प्रदेश से ही बनाए गए थे। इनमें राजनाथ सिंह, संजीव बालियान,
मेनका गांधी, महेंद्र नाथ पांडेय, रामशंकर कटेरिया, मनोज सिन्हा,
उमा भारती, जनरल वीके सिंह, अनुप्रिया पटेल, डॉक्टर महेश शर्मा आदि को शामिल किया गया था। इसके बाद मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में कटेरिया को हटा दिया गया था।