मायावती ने बताया चुनावी रंजिश बसपा सुप्रीमो मायावती ने गरीब सवर्णों को सरकारी नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण देने के सरकार के फैसले को चुनावी रंजिश बताते हुए आरक्षण का स्वागत किया है। उनका कहना है कि गरीब सवर्णों को भी आरक्षण मिले इसके लिए बसपा कई सालों से मांग कर रही थी।
गौरतलब है कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री ने आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को सरकार नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में 10 फीसदी आरक्षण देने को मंजूरी दे दी है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इसे सरकार का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।कैबिनेट ने ईसाइयों व मुस्लमानों सहित अनारक्षित श्रेणी के लोगों को नौकरियों और शिक्षा में 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया है। इसका फायदा 8 लाख रुपये वार्षिक आय सीमा और करीब 5 एकड़ भूमि की जोत वाले गरीब सवर्णों को मिलेगा।