गर्भगृह के सामने होंगे तीन विशालकाय मंडप रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि वास्तु शास्त्र की दृष्टि से इन्हें कोली, नृत्य मंडप एवं रंग मंडप के नाम से तीन बड़े मंडप होंगे। इसमें एक साथ 25 हजार श्रद्धालु बैठ सकेंगे। संपूर्ण मंदिर 380 फीट लंबा, 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा है। तीन तल का मंदिर में 392 स्तंभों से युक्त होगा। भूतल पर 166, प्रथम तल पर 144 तथा दूसरे तल पर 82 स्तंभ लगेंगे। मंदिर निर्माण में कुल चार लाख 70 हजार घन फीट नक्काशीदार पत्थर लगेंगे।
माता सीता समेत बनेंगे आठ उपमंदिर मंदिर के आकार में बदलाव की वजह से गर्भगृह के लिए पत्थर नए सिरे से तैयार करने पड़े हैं। इसका 70 फीसदी हिस्सा तैयार भी हो चुका है। मंदिर का परकोटा आठ एकड़ परिसर में विस्तृत होगा। इसमें राम मंदिर के प्रशस्त प्रदक्षिणा पथ के साथ सात उप मंदिरों का भी निर्माण होगा। इन मंदिरों में मां सीता, भगवान गणेश, महर्षि वाल्मीकि, गोस्वामी तुलसीदास, निषादराज, जटायु और शबरी का मंदिर होगा।।
अयोध्या बनेगी सांस्कृतिक उपनगरी अयोध्या राम मंदिर आठ एकड़ के अलावा 75 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर का शेष हिस्सा सांस्कृतिक उपनगरी के तौर पर विकसित होगा। इसमें विशाल उद्यान, हनुमानजी की विशाल प्रतिमा, यज्ञ मंडप, वैदिक परंपरा पर केंद्रित शोध केंद्र, पुस्तकालय, मुक्ताकाशीय रंगमंच, विशाल भोजनालय, मंदिर आंदोलन के स्मारक आदि का संयोजन होगा। इसके अलावा प्रथम चरण के तहत मंदिर के प्रवेश मार्ग पर 25 हजार तीर्थ यात्रियों के लिए सुविधा केंद्र बनाए जाने की तैयारी है।