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वेदांती ने आगे कहा कि अयोध्या में मंदिर तोड़कर मस्जिद के गुम्बद बनाए गए थे। जिस तरह पाकिस्तान और मलेशिया में काफी पहले तोड़े गए मंदिरों के स्थान पर फिर मंदिर बनवा दिए गए, वैसे ही भारत में क्यों नहीं हो सकता।
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मुसलमान भी चाहते है बने राम मंदिर वेदांती ने कहा कि कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों को छोड़कर सभी मुसलमान भी चाहते हैं कि राम जन्मभूमि पर रामलला का मंदिर बने। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि हमारे देश में शांति रहे। शिया वक्फ बोर्ड पहले ही इच्छा जता चुका है कि अयोध्या में मंदिर और लखनऊ के शिया बहुल इलाके में मस्जिद बनवा दी जाए। हां, यह बाबर के नाम पर न हो। कहा- दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती राम मंदिर बनवाने से राम जन्म भूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष ने दोहराया कि शिया वक्फ बोर्ड के आरोप लगा चुके हैं कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के लोग पाकिस्तानी आतंकियों से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि बाबर कभी अयोध्या नहीं आया। वह सबसे पहले हरियाणा के बाबरपुर पहुंचा था, इसलिए मस्जिद वहीं बनवाई जाए। इसके अलावा उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि दुनिया की कोई ताकत राम जन्म भूमि पर मस्जिद नहीं बनवा सकती।