रमजान माह की मुबारकबाद इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम में चांद देखने का आयोजन करने वाली रुयत-ए-हिलाल कमेटी ने देश के विभिन्न हिस्सों में संपर्क कर देर शाम चांद दिखाई देने का एलान कर दिया। दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बताया कि पहला रोजा रविवार को होगा। मोहतमिम ने सभी देशवासियों को मुकद्दस रमजान माह की मुबारकबाद दी है। चांद दिखाई देने का ऐलान होते ही शनिवार रात से रमजान की विशेष नमाज तरावीह पढ़ने का सिलसिला भी आरंभ हो गया है।
रमजान इस्लामी कलेंडर का नवां महीना रमजान का महीना सभी मुसलमानों के लिए बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है। रमजान इस्लामी कैलेण्डर का नवां महीना है। रमजान के महीने में लोग रोजे रखने, रात में तरावीह की नमाज पढ़ना और कुरान तिलावत करना शामिल है। मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे महीने रोजा रखते हैं और सूरज निकलने से लेकर डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। इसके साथ में महीने भर इबादत करते हैं।