मालूम हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान हुई जनसभाओं में अपने भाषण को लेकर पंखुड़ी काफी चर्चा में रही थीं। वहीं, इसके बाद उन्होंने पार्टी के कुछ यादव नेताओं पर परेशान करने का लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, इसके बाद उनके समर्थकों ने उन्हें पार्टी में वापस लेने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाया था। इसके बाद पार्टी की जारी पदाधिकारियों की सूची में पंखुड़ी को फिर स्थान दिया गया। उन्हें एक बार फिर से राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया। मालूम हो कि पार्टी छोड़ते वक्त पंखुड़ी पाठक ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक महान नेता बताया था। पंखुड़ी ने ट्वीट कर कहा था कि अखिलेश युवाओं के प्रेरणास्त्रोत हैं। उनके जैसा नेता दुनिया में नहीं है।
मुझे धमकी से डर नहीं लगता एक और ट्वीट में पंखुड़ी पाठक ने लिखा है, मुझे किसी धमकी से डर नहीं लगता, लेकिन क्या किसी सरकारी कर्मचारी की इस तरह खुलेआम ऐसी बात करने की हिम्मत होनी चाहिए। ट्विटर यूजर्स की भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। साहित्य भवसार नाम से ट्वीट किया गया, जिस प्रदेश में समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरक्षित नहीं है, वहां महिलाओं की क्या हालत होती होगी।
तेज प्रताप के साथ वायरल हुई थी तस्वीर हाल ही में पंखुड़ी पाठक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें वो राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे व बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ खड़ी थी। पंखुड़ी 27 अगस्त को लालू प्रसाद यादव द्वारा पटना में आयोजित किए गए भाजपा भगाओ-देश बचाओ रैली में मंच पर उपस्थित थीं। इसी दौरान ये तस्वीर ली गई थी।
कौन हैं पंखुड़ी पाठक पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी की चर्चित युवा नेता हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान टीवी पर होने वाली बहसों में वह अक्सर पार्टी के पैनल में रहती थीं। पंखुड़ी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की है। पंखुड़ी पाठक ने 2010 में हंसराज कॉलेज के जॉइंट सेक्रटरी का चुनाव जीता था। उन्होंने एसपी को दिल्ली के छात्रसंघ चुनाव में मजबूत किया था। 2013 में उन्हें लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया था। सोशल मीडिया पर उनके हजारों फॉलोअर हैं। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब मेट्रो का उद्घाटन किया था तब पंखुड़ी अपने ट्वीट को लेकर एक बार फिर चर्चा में थीं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘राम-राम जपना, पराया माल अपनाÓ।
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