लखनऊ का शाहीन बाग बने ऐतिहासिक घंटाघर में रविवार को सीएए के खिलाफ महिलाओं के प्रदर्शन का 10वां दिन था। कोहरे के बावजूद लोग सुबह से ही तिरंगा हाथों में लेकर जमा होने लगे थे। इनमें महिलाओं के साथ-साथ बच्चे भी थे। जैसे-जैसे सूर्यदेव के ताप से कोहरा छटा, भीड़ भी बढ़नी शुरू हो गई। नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराया और फिर हाथों में तिरंगा लेकर नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। रविवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी की पूर्व कुलपति रूपरेखा वर्मा भी पहुंची तो मशहूर शायर मुनव्वर राणा समेत उनकी दोनों बेटियां फौजिया राणा और सोमइया राणा भी पहुंचीं, जिन पर ठाकुरगंज थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। जाने-माने शायर इमरान प्रतापगढ़ी भी पहुंचे। सभी ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह पहला मौका है, जब लोग इस तरह एकजुट होकर सामने आए हैं।
गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए लोग हाथों में तिरंगा लेकर घंटाघर पहुंचे तो हर तरफ तिरंगा ही तिरंगा नजर आ रहा था। सभी नागरिक संशोधन कानून को वापस लेने की मांग कर रहे थे। ‘रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम’ और ‘सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’ जैसे देशभक्ति गीतों से विरोध को और धार दी जा रही थी। प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ बच्चे हाथों में झंडा लेकर सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। महिलाओं का कहना था कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन के बावजूद हम लोगों को जेल भेजा रहा है। अब चाहे जो हो जाए, लेकिन हम नहीं झुकेंगे। पुलिस और प्रशासन हमें जितना दबाने की कोशिश करेगा, हम उतने ही मजबूती से आगे आएंगे।
दिल्ली के शाहीनबाग की तरह लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, अलीगढ़, कानपुर, देवबंद, इटावा और बरेली में महिलाएं अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं, इटावा, वाराणसी, अलीगढ़ और रायबरेली में पुलिस ने प्रदर्शकारी महिलाओं को हटाकर मैदान खाली करा लिया है। इन सभी शहरों में महिला प्रदर्शकारियों पर तमाम धाराओं में मुकदमे भी लगा दिए हैं। यूपी में अब तक सात अलग-अलग एफआईआर में एक हजार से अधिक महिलाओं पर धारा 144 का उल्लंघन समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि धारा 144 का उल्लंघन हो रहा है और दंगा फैलाने की कोशिश की जा रही है। इस कारण पुलिस को केस दर्ज करना पड़ रहा है। लखनऊ में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया है।