script

वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर के बाद अमेठी में बनेगी राइफल एके-203, यूपी बना आत्मसुरक्षा का हब

locationलखनऊPublished: Dec 05, 2021 04:51:36 pm

– एके-203 राइफल परियोजना को इंडो-रसियन जॉइंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा। यह राइफल एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, मियूनीशेंन्स इंडिया लिमिटेड और रूस की रोसोबोरोन एक्सपोर्ट और कॉनकॉर्न कालाशनिकोव मिलकर बना रही हैं। फैक्टरी में पांच लाख एके-203 राइफल तैयार होंगी। भारत सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है।

वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर के बाद अमेठी में बनेगी राइफल एके-203, यूपी बना आत्मसुरक्षा का हब

वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर के बाद अमेठी में बनेगी राइफल एके-203, यूपी बना आत्मसुरक्षा का हब

लखनऊ. यूपी आत्मरक्षा के हथियारों का हब बनता जा रहा है। चाहे वो आर्मी के लिए हो या फिर आम जनता के लिए। अपने मीठे लड्डुओं के मशहूर संडीला में जनता के लिए वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर बनना शुरू हो गया है। अब कांग्रेसी नेता राहुल गांधी की पूर्व और केद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की वर्तमान संसदीय सीट अमेठी के कोरवा (Korwa, Amethi ) में अत्याधुनिक राइफल एके-203 (lakh AK-203 assault rifles) की फैक्टरी लगने जा रही है। इस फैक्टरी में पांच लाख एके-203 राइफल तैयार होंगी। भारत सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। बस इंतजार है रुसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin to India) और पीएम नरेंद्र मोदी संग डील फाइनल होना का। 6 दिसंबर मतलब आज को भारत दौरे पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आएंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट में करीब 4500 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
अभी इंसास राइफल प्रयोग कर रही है सेना :- इस वक्त दुश्मनों से मिल रही चुनौती से निपटने के लिए भारत की रक्षा सेनाओं के पास राइफलों की भारी कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए भारतीय सेना ने यूएसए से फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत एमआईजी 716 राइफल का आर्डर किया था। पर अभी तक राइफल मुहैया नहीं हो सकी है। ऐसे में एके-203 राइफल भारतीय सेना को देश की सुरक्षा आतंकवाद से निपटने में काफी मदद करेगी। अभी तक इंसास राइफल का प्रयोग हो रहा है।
एके-203 राइफल की खासियत :- एके-203 राइफल 7.62 गुणा 39 एमएम कैलिबर की। इसकी रेंज करीब 500-800 मीटर है। इस राइफल से एक मिनट में 700 रांउड फायर होता है। एक मैंगजीन में 30 गोलियां होती हैं। यह वजन में हल्की है और इस्तेमाल करने में आसान है। इसका वजन 3.8 किलोग्राम होता है। 16.3 इंच इसका बैरल होता है। एके-203 राइफल तीन दशक पुराने इंसास की जगह लेगी। इस राइफल से सैनिकों की क्षमता में वृद्धि होगी। एक राइफल की कीमत करीब 80,000 रुपए होगी।
इंडो-रसियन जॉइंट लिमि प्रोजेक्ट :- इस परियोजना को इंडो-रसियन जॉइंट प्राइवेट लिमिटेड (Indo-Russian Rifles Private Ltd) के नाम से जाना जाएगा। यह राइफल एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, मियूनीशेंन्स इंडिया लिमिटेड (Munitions India Limited ) और रूस की रोसोबोरोन एक्सपोर्ट (Rosoboronexport) और कॉनकॉर्न कालाशनिकोव मिलकर बना रही हैं।
मार्च 2019 पीएम मोदी ने रखी थी नींव :- यह प्रोजेक्ट की योजना वर्ष 2018 में शुरू हुई थी। मार्च 2019 पीएम मोदी ने नींव की रखी। कीमत को लेकर दोनों देशों में चर्चा चल रही थी। भारतीय सेना इंसास की जगह 20 हजार एके-203 राइफल की पहली खेप लेगी। रुस से मंगवा कर इसे तीनों सेनाओं को सौंपा जाएगा।
वेब्ले स्कॉट रिवॉल्वर की खासियत :- संडीला में बनने वाली वेब्ले स्कॉट रिवॉल्वर की कैलिबर .32, मारक क्षमता 60 मीटर, कुल लंबाई 120.5 मिमी, बैरल की लंबाई 76.2 मिमी और भार महज 670 ग्राम है। यह रिवॉल्वर अब तक की सबसे हल्की रिवॉल्वर है। इसे महिलाएं भी आसानी से चला सकेंगी। इस रिवॉल्वर की कीमत 1.38 लाख रुपए है। 28 फीसद जीएसटी अलग से देना होगा।

ट्रेंडिंग वीडियो