मायावती ने नेताओं के चयन में किए गए परिवर्तन पर सफाई भी दी। उन्होंने तर्क दिया कि सामाजिक सामंजस्य बनाने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है। लोकसभा में पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश के स्टेट अध्यक्ष भी, एक ही समुदाय के होने के नाते इसमें थोड़ा परिवर्तन किया गया है। इसी के साथ मायावती ने ये भी बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीएसपी नेता लालजी वर्मा, पिछड़े वर्ग से व विधान परिषद में बीएसपी के नेता दिनेश चन्द्रा, दलित वर्ग से बने रहेंगे। यहां कुछ भी परिवर्तन नहीं किया गया है।
बता दें कि संस्दीय दल का नेता चुने गए रितेश पांडे, दिल्ली के एक मशहूर होटल में पिस्टल लहराने वाले आशीष पांडे के भाई हैं। रितेश पांडेय अंबेडकर नगर से सांसद हैं। सियासी तौर पर रितेश पांडे और उनके परिवार का बड़ा नाम है। उनके पिता राकेश पांडे बसपा के टिकट पर सांसद रह चुके हैं।