शुल्क वापसी की है एक शर्त
आरक्षण कोटे के अभ्यर्थियों को शुल्क वापसी के संदर्भ में एक शर्त भी जोड़ी गयी है। शर्त यह है कि शुल्क वापसी के लिए अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना ही होगा। परीक्षा में शामिल होने के बाद रेलवे उनके द्वारा आवेदन के दरमियान दिया गया आवेदन शुल्क वापस बैंक अकाउंट में भेज देगी। यह नियम फिलहाल, रेलवे की मौजूदा भर्ती यानी असिस्टेंट लोको पायलट, टेक्नीशियन व ग्रुप डी के लिए ही है।
आरक्षण कोटे के अभ्यर्थियों को शुल्क वापसी के संदर्भ में एक शर्त भी जोड़ी गयी है। शर्त यह है कि शुल्क वापसी के लिए अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना ही होगा। परीक्षा में शामिल होने के बाद रेलवे उनके द्वारा आवेदन के दरमियान दिया गया आवेदन शुल्क वापस बैंक अकाउंट में भेज देगी। यह नियम फिलहाल, रेलवे की मौजूदा भर्ती यानी असिस्टेंट लोको पायलट, टेक्नीशियन व ग्रुप डी के लिए ही है।
पांच गुना बढ़ गयी है फीस
रेलवे में निकली बंपर भर्तियों के लिए इस बार रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ के बजाय रेलवे भर्ती बोर्ड को जिम्मेदारी दी गयी है। गौरतलब है कि देश में कुल 16 रेलवे भर्ती बोर्ड हैं और उनके द्वारा 62907 पदों पर ग्रुप-डी के लिए आवेदन मांगा गया है। खास बात यह है कि इस बारे रेलवे ने इन परीक्षाओं के लिए 5 गुना परीक्षा शुल्क बढ़ा दिया है। मसलन, ग्रुप डी में पहले आवेदन शुल्क 100 रुपए होता था जो इस समय बढ़ाकर 500 कर दिया गया है।
रेलवे में निकली बंपर भर्तियों के लिए इस बार रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ के बजाय रेलवे भर्ती बोर्ड को जिम्मेदारी दी गयी है। गौरतलब है कि देश में कुल 16 रेलवे भर्ती बोर्ड हैं और उनके द्वारा 62907 पदों पर ग्रुप-डी के लिए आवेदन मांगा गया है। खास बात यह है कि इस बारे रेलवे ने इन परीक्षाओं के लिए 5 गुना परीक्षा शुल्क बढ़ा दिया है। मसलन, ग्रुप डी में पहले आवेदन शुल्क 100 रुपए होता था जो इस समय बढ़ाकर 500 कर दिया गया है।
पहले दिव्यागों और एससी-एसटी को नहीं देनी होती थी फीस
इससे पहले एससी एसटी, दिव्यांगों, भूतपूर्व सैनिक के कोटे वाले अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसे अभ्यर्थियों को भी ढाई सौ रुपये शुल्क देना पड़ रहा है। रेलवे कि इस भर्ती में 5 गुना परीक्षा शुल्क बढ़ाए जाने के पीछे का जो कारण बताया जा रहा है वह ऑनलाइन परीक्षा ही है। दरअसल ऑनलाइन परीक्षा में बोर्ड को काफी खर्च उठाना पड़ता है। ऐसे में वह अभ्यार्थियों से अधिक शुल्क वसूल कर रही है।
इससे पहले एससी एसटी, दिव्यांगों, भूतपूर्व सैनिक के कोटे वाले अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क नहीं देना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसे अभ्यर्थियों को भी ढाई सौ रुपये शुल्क देना पड़ रहा है। रेलवे कि इस भर्ती में 5 गुना परीक्षा शुल्क बढ़ाए जाने के पीछे का जो कारण बताया जा रहा है वह ऑनलाइन परीक्षा ही है। दरअसल ऑनलाइन परीक्षा में बोर्ड को काफी खर्च उठाना पड़ता है। ऐसे में वह अभ्यार्थियों से अधिक शुल्क वसूल कर रही है।
ऑनलाइन होगी परीक्षा
रेलवे भर्ती बोर्ड इस बार अपनी भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा ऑनलाइन करा रहा है यानी परीक्षा कंप्यूटर बेस्ट होगी। अभ्यर्थी को कंप्यूटर पर ही लिखित परीक्षा देनी है, इस परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। उसमें अभ्यार्थियों को सही विकल्प चुनना होगा।
रेलवे भर्ती बोर्ड इस बार अपनी भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा ऑनलाइन करा रहा है यानी परीक्षा कंप्यूटर बेस्ट होगी। अभ्यर्थी को कंप्यूटर पर ही लिखित परीक्षा देनी है, इस परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। उसमें अभ्यार्थियों को सही विकल्प चुनना होगा।
क्या कह रहे हैं अधिकारी
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल का कहना है कि आवेदन शुल्क में वृद्धि का निर्धारण बोर्ड के द्वारा किया जाता है। इस बार रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ की बजाय रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा कराएगा और उसने ही आवेदन मांगे हैं। एससी-एसटी, दिव्यांग, भूतपूर्व सैनिक के कोटे के अभ्यर्थी से अभी फीस ली जा रही है। लेकिन जब वह परीक्षा में शामिल हो जाएंगे तो एक प्रक्रिया के तहत उनका शुल्क वापस कर दिया जाएगा। आवेदन शुल्क वापस उनके बैंक अकाउंट में रिफंड किया जाएगा।
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल का कहना है कि आवेदन शुल्क में वृद्धि का निर्धारण बोर्ड के द्वारा किया जाता है। इस बार रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ की बजाय रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा कराएगा और उसने ही आवेदन मांगे हैं। एससी-एसटी, दिव्यांग, भूतपूर्व सैनिक के कोटे के अभ्यर्थी से अभी फीस ली जा रही है। लेकिन जब वह परीक्षा में शामिल हो जाएंगे तो एक प्रक्रिया के तहत उनका शुल्क वापस कर दिया जाएगा। आवेदन शुल्क वापस उनके बैंक अकाउंट में रिफंड किया जाएगा।