सब चाहते हैं राम मंदिर बने इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्कूलों में सेकुलरिज्म के नाम पर अब तक गलत इतिहास पढ़ाया गया है। अकबर को महान बताया गया। किस बात के महान थे वो। ऐसा कौनसा काम अकबर ने किया। क्या कोई यूनिवर्सिटी खुलवाई या कोई इंडस्ट्री लगवाई। वहीं राम मंदिर मुद्दे पर वह बोले कि बाबरी मस्जिद को विवादित ढांचा कहना ही उचित होगा, ये बात अयोध्या में हुए एक सम्मेलन में मुसलमानों ने भी मानी है। राम मंदिर अयोध्या में बनेगा। सबकी सहमति से बनेगा।
यूनिवर्सिटी में लगाई जायेगी ब्रेल प्रेस केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि जल्द ही यूनिवर्सिटी में दिव्यागों के लिए ब्रेल प्रेस लगवाई जाएगी। वह बोले, हमने जब मंत्रालय संभाला तो देखा की दिव्यांग जनों को उपकरण बाटने में कोई ठीक रिकॉर्ड ही नहीं था।हमने जहीर 5330 कैम्प आयोजित करके 8 लाख दिव्यांगों को उपकरण बांटे। हमने साइन लैंग्वेज के लिए अनुसन्धान का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए एक सेंटर भी बनाया जा रहा है। ये विश्वविद्यालय भी उससे जुड़े है। 18 नई ब्रेल प्रेस अलग अलग राज्यो में स्थापित करने का काम किया है ताकि दृष्टिबाधित लोगो को हम पढाई की दृष्टि से कोई कमी न आने दे।
थावरचंद गहलोत के मुताबिक, हमने बच्चों को कोक्लयेर इम्प्लांट की सुविधा दी।जिससे वो सुनने और बोलने लगे हैं। एक-एक बच्चे पर 6 लाख का खर्च आया है। हमने एक स्मार्ट स्टिक बनाई हैं जिसमें दृष्टिबाधित व्यक्ति को 3 मीटर के रेडियस में कोई बाधा है तो वह वाइब्रेट करके व्यक्ति को सचेत कर देती है।
स्थापना दिवस मनाना जरूरी गवर्नर रामनाईक ने कहा कि मुझे आज बड़ी प्रसंन्नता है कि शकुंन्तला मिश्र यूनिवर्सिटी के स्थापना दिवस में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैं जब यूपी आया तो मुझे पता चला की यूपी का स्थापना दिवस ही नहीं मनाया जाता तो मैंने उसको शुरू किया। मैंने पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा उन्होंने कहा की ठीक है विचार करेंगे। इसके बाद योगी आदित्यनाथ सीएम बने तो मैंने उनसे भी कहा तो उन्होंने पहली बार में ही इसे मनाने का फैसला ले लिया। ऐसे ही मैंने इस विश्वविद्यालय के वीसी से कहा कि आप अपना स्थापना दिवस मनाओ। मैंने इनसे कहा कि यूनिवर्सिटी को बने 8 साल हो गए और अभी तक स्थापना दिवस नहीं मनाया गया। इसे मनाइये, तो आज इन्होंने प्रयास करके स्थापना दिवस का आयोजन किया।