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अब गांव-गांव तक ‘मंदिर आंदोलन’ फैलाने की तैयारी, RSS-VHP रणनीति में जुटा

locationलखनऊPublished: Nov 26, 2018 01:23:16 pm

Submitted by:

Prashant Srivastava

2019 चुनाव का मुख्य मुद्दा बनेगा राम मंदिर, -आरएसएस व विहिप ने की तैयारी

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अब गांव-गांव तक ‘मंदिर आंदोलन’ फैलाने की तैयारी, आरएसएस-विहिप रणनीति में जुटा

लखनऊ/अयोध्या. राम मंदिर निर्माण के लिए हुई धर्मसभा से बने ‘माहौल’ ने 2019 आम चुनाव का मुख्य एजेंडा तय कर दिया है। इसी कारण आरएसएस और संघ से जुड़े तमाम हिंदू संगठन सक्रिय हो गए हैं। अयोध्या में अपनी ताकत दिखाने के बाद विहिप इस आंदोलन को अब गांव-गांव तक ले जाएगा। बीजेपी के नेता भले ही धर्मसभा के दौरान स्टेज पर न दिखें हों लेकिन पीछे से इस आंदोलन को पूरा समर्थन दे रहे हैं। इसे पूरे प्रदेश भर के एक-एक गांव तक ले जाने की रणनीति बन रही है।

आगे की ये है रणनीति

आगामी 9 दिसंबर को दिल्ली में विशाल धर्मसभा राम मंदिर मुद्दे पर होने जा रही है। यूपी से इस धर्मसभा में एक लाख से अधिक रामभक्त शामिल होंगे। इसके लिए व्यापक रणनीति तैयार की जा रही है। संघ से जुड़े संगठन गांव-गांव और गली-गली इसके लिए संपर्क कर रहे हैं। राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे यह नारा फिर से कई जिलों में गूंजने लगा है। नौ दिसंबर को दिल्ली में राम मंदिर के लिए होने वाली विशाल धर्मसभा के बहाने आरएसएस ने अपने सभी संगठन सक्रिय कर दिए हैं। जगह-जगह बैठकों का दौर चल रहा है।
2019 आम चुनाव पर नजर

रणनीति माहौल पूरा राममय बना देने की है। 2019 का लोकसभा चुनाव सामने है। ऐसे में संघ की रणनीति को सियासी नजरिए से भी देखा जा रहा है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर बजरंग दल द्वारा गोरक्षा प्रमुख पंडित वीनेश भाई के नेतृत्व में कोटला चुंगी से जनजागरण यात्रा निकाली गई, जिसमें रामभक्त जो रामकाज का काम करेगा, वही देश पर राज करेगा। रामलला हम आएंगे मंदिर भव्य बनाएंगे जैसे नारे लगाते हुए चल रहे थे।
दिल्ली के रवाना होंगी कई हजार बसें

दिल्ली में होने वाली विशाल धर्मसभा के लिए यूपी से हजारों की संख्या में बसें ले जाने का प्लान है। लखनऊ से दो सौ से ज्यादा बसों से राम भक्त जाएंगे तो मेरठ महानगर से तीस हजार रामभक्त को 600 बसों से दिल्ली ले जाया जाएगा। नौ दिसंबर से एक दिन पहले रात में रामभक्त बसों से रवाना होंगे।वहीं, वीएचपी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि विश्व हिंदू परिषद ने तय किया है अब जन-जन को जगाना है और मंदिर भव्य बनाना है, बताएंगे कि राम मंदिर निर्माण हिंदुओं की आस्था का विषय है, अब मंदिर जरूर चाहिए।
अयोध्या में बना दर्शन का रिकॉर्ड

अयोध्या में रामलला के दर्शन करने का नया रिकॉर्ड बना है। धर्मसभा के दिन ही क़रीब 68 हज़ार भक्तों ने भगवान की पूजा की। ये इस साल अभी तक का सबसे बड़ा रिकार्ड है। इतनी संख्या में कभी भी इतने सारे लोग राम जन्म भूमि नहीं पहुंचे थे। धर्म सभा के कारण कई तरह की पाबंदियों के बावजूद हज़ारों लोगों ने राम लला के दर्शन किए।

बता दें कि अयोध्या में रामलला का मंदिर सिर्फ़ 8 घंटों के लिए ही खुलता है। मंगला आरती के बाद सवेरे 7 बजे दर्शन शुरू होता है. फिर भोग आरती के साथ मंदिर 11 बजे बंद हो जाता है। 25 नवंबर को इस दौरान 27 हज़ार 64 लोगों ने भगवान राम के दर्शन किए। ठंड के मौसम में मंदिर फिर दोपहर 2 बजे खुलता है और शाम 6 बजे बंद हो जाता है। इन चार घंटों में 40 हज़ार 824 भक्तों ने रामलला के दर्शन किए। इस तरह एक दिन में 67 हज़ार 888 लोग राम मंदिर पहुंचे । 24 नवंबर को 17,680, 23 नवंबर को 49,112 , 22 नवंबर को 27,635 लोगों ने भगवान के दर्शन किए।
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