60 फीसदी तक सस्ती हुई कोरोना जांच यानी कोरोना टेस्ट की दरों में करीब 60 फीसदी तक की कमी करके चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में दिखाने और भर्ती होने आ रहे नॉन कोविड केयर के मरीजों को बड़ी सहूलियत दी है। दरअसल इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे मरीज और उसके एक तीमारदार का कोरोना टेस्ट होना जरूरी है। अभी तक उन्हें कोरोना की आरटीपीसीआर जांच के लिए 1500 रुपये खर्च करने पड़ते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
इनकी जांच का नहीं पड़ेगा पैसा वहीं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.रजनीश दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि थैलीसीमिया और हीमोफीलिया के मरीजों और उनके तीमारदारों की कोरोना जांच का कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। वहीं कैंसर के मरीजों और किडनी की डायलिसिस कराने वाले रोगियों समेत दूसरी सभी गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों और उनके साथ अस्पताल में रहने वाले किसी एक तीमारदार की कोरोना जांच अब सिर्फ 300 रुपये में होगी।