ये भी पढ़ें- Kamlesh Tiwari Murder case: आखिरकार सीएम योगी ने तोडी़ चुप्पी, परिवार से मिलने की मांग पर दिया बड़ा बयान समय सीमा में पूरा होगा काम- 16 अक्टूबर को लखनऊ सेफ सिटी परियोजना को अमल में लाने के लिए केंद्रीय गृह सचिव ने समीक्षा बैठक की थी, जिसके बाद अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने योजना के तहत पुलिस, परिवहन, नगर निगम समेत अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ लखनऊ में सुरक्षा के लिए होने वाले कार्यों का खाका भी तैयार किया था। हर विभाग के लिए काम करने की समय सीमा भी तय कर दी गई है।
इन जगहों को किया गया चिन्हित- लखनऊ में करीब 2830 ऐसी जगहें चिह्न्ति की गई हैं, जहां रोशनी कम है और जिन जगहों पर महिलाओं का आवागमन जारी रहता है। ऐसी जगहों पर शाम के बाद अंधेरा रहता है जिससे महिलाओं के साथ अपराध होने की संभावनाएं भी ज्यादा होती है। वहीं यातायात की सभी बसें अब सीसीटीवी से लैस होंगी साथ ही इनमें पैनिक बटन भी होंगे, जो लोगों के लिए मददगार साबित होंगे।
ये भी पढ़ें- कमलेश तिवरी के बेटे को मिलेगा लाईसेंसी हथियार, यूपी सरकार परिवार को देगा यह बड़ी मदद, हुई घोषणा पिंक होंगी व्यवस्थाएं- महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए महिला पुलिसकर्मी भी सुविधाओं से लैस होंगी। यही नहीं महिलाओं के साथ छेड़खानी या किसी अन्य तरह का अपराध को रोकने पर उनपर निगरानी के लिए सौ पिंक स्कूटर व 11 एसयूवी वाहनों के माध्यमों से पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। साथ 74 पिंक टॉयलेट का निर्माण होगा, जिनकी कमान भी महिलाओं के हाथों में ही होगी।