लखनऊ. उत्तर प्रदेश की
योगी आदित्यनाथ सरकार भले ही बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के दावे कर रही हो लेकिन असल में सरकार ने कई विभागों में चल रही नियुक्ति प्रक्रिया को अधर में लटका दिया है। उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 12,460 सहायक अध्यापक के पदों पर चल रही भर्ती पर सरकार ने रोक लगा दी है। भर्ती प्रक्रिया पर रोक के खिलाफ आज से लखनऊ में अभ्यर्थियों ने अनिश्चित कालीन अनशन शुरू कर दिया है।
बुद्धि शुद्धि के लिए हवन लक्ष्मण मेला मैदान पर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन शुरू करते हुए पहले दिन सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि उनका यह प्रदर्शन और अनशन अनिश्चितकालीन है। अभ्यर्थियों ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की भर्ती पर लगी रोक को शासन खत्म करे और नियुक्ति पत्र जारी कर भर्ती प्रक्रिया शुरू करे। अभ्यर्थियों ने कहा कि भर्ती की प्रथम काउंसलिंग 18 से 20 मार्च 2017 तक संपन्न हो चुकी है और केवल नियुक्ति पत्र वितरित करना ही शेष है।
कोई सुनवाई नहीं अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले 4 माह से शासन से कई बार अभ्यर्थियों ने मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब अभ्यर्थियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर लक्ष्मण मेला ग्राउंड पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह भी आरोप लगाया गया कि नई सरकार ने 90 दिनों में सभी विभागों के रिक्त पदों को भरने की घोषणा की गई थी लेकिन यहाँ तो चल रही भर्ती प्रक्रिया पर ही रोक लगा दी गई है।