इस अवसर पर बाल साहित्य का प्रणयन करने वाले निम्नलिखित बाल साहित्यकारों का उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र व इक्यावन हजार की धनराशि भेंट कर सम्मानित किया गया - सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान से डॉ0 शोभा अग्रवाल ‘चिलबिल‘, सोहनलाल द्विवेदी बाल कविता सम्मान से अनन्त प्रसाद ‘रामभरोसे‘, अमृतलाल नागर बाल कथा सम्मान से दिनेश प्रताप सिंह ‘चित्रेश‘, शिक्षार्थी बाल चित्रकथा सम्मान से किशोर श्रीवास्तव, डॉ0 रामकुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान से अंजू शर्मा, जगपति चतुर्वेदी बाल विज्ञान लेखन सम्मान से डॉ0 अरविन्द दुबे एवं उमाकान्त मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान से शिवमोहन यादव।
विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे डॉ0 सूर्य प्रसाद दीक्षित ने हिन्दी बाल साहित्य के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए संतोष प्रकट किया और उनके उत्तरोतर विकास की नई संभावनाओं की ओर संकेत किया।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे डॉ0 दिनेश शर्मा, उपमुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज प्रत्येक भारतीय भाषा के बाल साहित्य सृजन की बड़ी आवश्यकता है यह बच्चे ही भारत का भविष्य हैं। इन्हें सुयोग्य नागरिक बनाने के लिए श्रेष्ठ साहित्य के पठन पाठन की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने इस दिशा में कई योजनाएँ चला रखी हैं।