इसके साथ ही ज्योतिषाचार्य का कहना है कि सकट चौथ के दिन महिलाएं मूली का सेवन न करें नहीं तो बड़ी मात्रा में धन की हानि की आशंका हो सकती है। देर शाम चंद्रोदय के समय व्रती को तिल, गुड़ आदि का अर्घ्य चंद्रमा, गणेश जी और चतुर्थी माता को अवश्य दें। अर्घ्य देकर ही सभी महिलाएं व्रत खोलें। इस दिन सभी महिलाएं निर्जल व्रत रखें।
ये है पूजा विधि
1. सकट चौथ व्रत शुरू करने से सबसे पहले सुबह स्नान कर पूजा के लिए भगवान गणेश को स्थापित करें।
2. गणेश भगवान के सामने हाथ जोड़कर पूजा और व्रत का संकल्प लें और फिर उन्हें जल, अक्षत, दूर्वा घास, लड्डू, पान, धूप आदि अर्पित करें।
3. अक्षत और फूल लेकर गणपति से अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करें।
4. गणेश पूजन के बाद चंद्रमा को शहद, चंदन, रोली मिश्रित दूध से अर्घ्य देकर पूजन के बाद लड्डू को प्रसाद को रूप में ग्रहण करें।
5. अंत में ओम ( गं गणपतये नम: ) मंत्र बोलते हुए गणेश जी को प्रणाम करें।