राष्ट्रवादी नागरिक बनाने की पहल रूस के लोगों का मानना है कि जिन बच्चों को पहले की तरह हॉर्स राइडिंग, टग ऑफ वार, पहाड़ों पर चढऩे जैसे खेलों में मजा नहीं आता है। वे इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों का हिस्सा बनकर न केवल लाइफ को एडवेंचर बना सकते हैं, बल्कि सर्वाइव करने का कौशल भी विकसित हो सकता है। साथ ही इसे राष्ट्रवादी नागरिक बनाने की ओर एक पहल भी मान सकते हैं।
हकीकत के करीब आएंगे लोग सोचते हैं कि यह प्रशिक्षण बच्चों को हकीकत के करीब ले जाता है जो बच्चों को दुनिया के सबसे बेहतर बच्चा बनाएगा और देश को दुनिया का सबसे बेहतर देश। उन्होंने अमरीका में भी फोटोग्राफी की है, लेकिन वहां ऐसी ट्रेनिंग नहीं दी जाती है।
12 घंटे तक सख्त प्रशिक्षण इस बारे में फोटोग्राफर साराह ब्लेसनर का कहना है कि यह लड़कों का खेल नही है, क्योंकि इन शिविरों में काफी शारीरिक अभ्यास और सख्त प्रशिक्षण करवाया जाता है। फोटोग्राफर साराह ने अप्रैल में स्कूल के बाद मास्का, बोरोडिनो और डिवीवो के प्रशिक्षण केंद्रों का दौर करने के बाद पाया कि बच्चों को 12 घंटे तक सख्त ड्रील कराया जाता है।
2 लाख कैंप में शामिल 11-19 वर्ष के बच्चे ले रहे प्रशिक्षण 2020 राष्ट्रवादी शिक्षा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण