शनिवार को पूर्व मंत्री समेत बड़ी संख्या में बसपा नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। इनमें बसपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे रघुनाथ शंखवार और सीएल वर्मा भी शामिल हैं। 2019 में सीएल वर्मा ने लखनऊ की मोहनलालगंज से बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसके अलावा बसपा नेता गंगाराम पाल, सुरेश रावत और पूर्व प्रत्याशी आनन्द निषाद समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो गये। साथ ही पंजाबी विकास मंच के अध्यक्ष दीपक विग और कुमारी चाहत मल्होत्रा ने मतदाता बनने के बाद सपा का दामन थाम लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबियों में शुमार हिन्दू युवा वाहिनी (भारत) के सुनील सिंह पदाधिकारियों और कार्यकर्ता समेत संगठन का समाजवादी पार्टी में विलय कर लिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में उन्होंने सपा की सदस्यता ली। सुनील सिंह ने कहा कि धोखेबाजों और फिरकापरस्त ताकतों से निपटने के लिए वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं। सुनील सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने नौजवानों को धोखा दिया है। उनके सपनों की हत्या की है। नौजवानों को केसरिया झंडा दिखा कर बरगला लिया गया था। किसानों और कर्मचारियों के सपनों का भी कत्ल किया है। उन्होंने कहा कि रामायण काल में भी भगवा पहन कर रावण ने सीता का हरण किया गया। उसी भगवे में एक बार फिर छलने का काम किया जा रहा है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के लिए जी-जान लगा कर काम करूंगा। बीजेपी सरकार को उखाड़ने के लिए जो कुछ करना पड़े करूंगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार में अन्याय हो रहा है। लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। हिंदू और मुसलमान के बीच नफरत फैलाई जा रही है। बीजेपी ने देश को हिंदू-मुसलमान में उलझा दिया। इस दौरान अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन कानून पर कहा कि असम से इसकी शुरुआत हुई और वहीं देखिये क्या हो रहा है। यह लोग दूसरों की नागरिकता ले रहे हैं। सुनील सिंह आ गए हैं, अब उनकी नागरिकता पर सवाल उठेगा। हमारे बुक्कल नवाब को ले लिया और उनको हनुमान जी की पूजा में लगा दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि अभी बहुत लोग पार्टी में आने को तैयार हैं। इंतजार कीजिए, सपा में अभी बड़े नाम आएंगे।