सुनील ने बताया कि चेतन चौहान से मेडिकल ने गेट से उनका परिचय पूछा, मानों वे उन्हें जानते ही न हो। उनका नाम व पद जानने के बाद भी उन्हें सम्मान देना तो दूर उन्हें ‘चेतन’ कहते हुए संबोधित करते रहे।
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चेतन चौहान- मैं कैबिनेट मंत्री हूं। स्टाफ – कहां के? चेतन चौहान- उत्तर प्रदेश सरकार के। स्टाफ – चेतन, तुम्हारे घर में और कौन संक्रमित है? सपा एमएएलसी ऐसा दुर्व्यवाहर देख हैरत में पड़ गए। उन्होंने बीच में टोकते हुए स्टाफ से कहा कि ये वो चेतन हैं तो देश के लिए क्रिकेट खेलते थे।
उनकी मौत सरकार की अव्यवस्था से हुई है- सुनील साजन ने पूरा वाक्य बयान करते हुए कहा कि चेतन चौहान दो दिन तक हमारे बगल में रहे। वो जो घुटन महसूस कर रहे थे और कोई नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि चेतन चौहान जी की मौत कोरोना से नहीं बल्कि सरकार की अव्यवस्था से हुई है। प्रदेश के अस्पतालों में सरकार का कोई दबाव नहीं है। सपा एमएलसी के इस बयान से सदन में सन्नाटा पसर गया। सरकार के पक्ष से भी कोई बोलने वाला नहीं था। निम्न देखें वीडियो-