Akhilesh Yadav से मिलने वालों का यह भी कहना था कि वे उनके द्वारा जनहित में किए गए कामों के लिए उन्हें बराबर याद करते हैं। आप धर्म के मार्ग पर चल रहे हैं जबकि भाजपा अधर्म के रास्ते पर है। कई लोगों ने कहा कि जबसे भाजपा सरकार बनी है उनका जीना दूभर हो गया है। कुछ नौकरी से बाहर किए गए हैं तो कुछ पुलिस उत्पीड़न के षिकार बने हैं। कई लोगों पर झूठे मुकदमें लगा दिए गए हैं।
मथुरा से आए एक पुजारी ने अखिलेश यादव से बताया कि उसके मंदिर से अष्टधातु की एक कीमती मूर्ति चोरी हो गई। पुलिस में रिपोर्ट के बावजूद कुछ नहीं हुआ। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कोई सुनने वाला नहीं है। गोवर्धन और नंदगांव से आए लोगों ने कहा कि मथुरा में आपने जो विकास कार्य कराये थे, उसके अलावा वहां कुछ भी नहीं हुआ है। भाजपा राज में मथुरा-वृन्दावन को कोई पूछने वाला नहीं है।
Former chief minister को यह भी बताया गया कि बिजली संकट से जनता को निजात नहीं मिल रही है। बिजली कटौती जारी है और गलत मीटर रीड़िंग के अलावा कनेक्शन मिलने में बहुत परेशानी है। कई जनपदों में लोगों ने अवैध खनन की शिकायत की और कहा कि खनन माफिया मनमानी कर रहे हैं। उन पर कोई रोक नहीं है। लोगों की शिकायत यातायात अव्यवस्था को लेकर भी रही। जगह-जगह जाम लगने से लोग बहुत दिक्कत में है।
मथुरा से आए एक पुजारी ने अखिलेश यादव से बताया कि उसके मंदिर से अष्टधातु की एक कीमती मूर्ति चोरी हो गई। पुलिस में रिपोर्ट के बावजूद कुछ नहीं हुआ। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कोई सुनने वाला नहीं है। गोवर्धन और नंदगांव से आए लोगों ने कहा कि मथुरा में आपने जो विकास कार्य कराये थे, उसके अलावा वहां कुछ भी नहीं हुआ है। भाजपा राज में मथुरा-वृन्दावन को कोई पूछने वाला नहीं है।
Former chief minister को यह भी बताया गया कि बिजली संकट से जनता को निजात नहीं मिल रही है। बिजली कटौती जारी है और गलत मीटर रीड़िंग के अलावा कनेक्शन मिलने में बहुत परेशानी है। कई जनपदों में लोगों ने अवैध खनन की शिकायत की और कहा कि खनन माफिया मनमानी कर रहे हैं। उन पर कोई रोक नहीं है। लोगों की शिकायत यातायात अव्यवस्था को लेकर भी रही। जगह-जगह जाम लगने से लोग बहुत दिक्कत में है।
अखिलेश यादव से कई लोगों ने कहा कि अभी भी आवारा पशुओं से उनकी फसल को बहुत नुकसान हो रहा है। फसल बचाने के लिए उन्हें रात-रात जागकर पहरेदारी करनी पड़ती है। किसानों की दिक्कतों की तरफ भाजपा सरकार का कोई ध्यान नहीं है। उनको फसल का लाभप्रद मूल्य मिलने की न तो उम्मीद है और नहीं समय पर खाद, पानी, बिजली, कीटनाशक मिल रहे हैं। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। छोटे उद्योगधंधे बंद हो रहे हैं। भाजपा सरकार में चारों तरफ निराशा ही निराशा है। कहीं दूर-दूर तक कोई आशा की किरण नहीं।