ईडी लखनऊ जोन कार्यालय ने आजम खान के खिलाफ अवैध कब्जे को लेकर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट (2002) के तहत धनशोधन का केस दर्ज किया है। आजम खान पर जौहर विश्वविद्यालय के लिए जमीनों पर अवैध कब्जे की बेनामी संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। विश्वविद्यालयों के लिए विदेशों से चंदा लेने का आरोप है। ईडी ने आजम के खिलाफ रामपुर में उन 26 मुकदमों को अपना केस बनाने का आधार बनाया है, जिनमें उनपर किसानों की जमीन को जबरन हड़पने का आरोप है।
60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज रामपुर में आजम के विरुद्ध 60 से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर मुकदमे अवैध तरीके से जमीन हड़पने के हैं। इन मुकदमों के आधार पर आजम खान को भू माफिया को घोषित किया गया। प्रवर्तन निदेशालय को रामपुर जिला दस्तावेजों के आधार पर कुछ जमीनों के बेनामी संपत्ति होने की जानकारी मिली है। दस्तावेजों के अध्ययन और जिला प्रशासन से मिली रिपोर्ट के आधार पर ईडी ने मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया।
नदी पर भी किया कब्जा आजम पर जमीन के लिए कोसी नदी पर भी कब्जा करने का आरोप है। रामपुर के अजीम नगर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में आरोप है कि आजम ने जौहर विवि के लिए किसानों की कृषि उपयोग की जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के जरिये हथिया लिया था। इसमें कोसी नदी पर कब्जा भी शामिल है। नदी की इस जमीन पर अवैध कब्जा करने के लिए एनजीटी ने जांच कमेटी गठित कर रखी है।
1200 सपाई हिरासत में आजम खान के बचाव में आए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अपील पर रामपुर कूच से सियासी माहौल गरमा गया। पुलिस प्रशासन की सख्ती से कई सपाई धरनास्थल जौहर विश्विद्यालय गेट तक नहीं पहुंच सके। अधिकतर को रामपुर पुलिस ने पकड़ लिया। करीब 1200 सपाइयों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में स्वार विधायक अब्दुल्ला आजम समेत कई पूर्व मंत्री, पदाधिकारी और विधायक शामिल हैं।