अखिलेष यादव का उŸाराखण्ड में भव्य स्वागत हुआ। इस यात्रा से यह भी दिखाई दिया कि उŸाराखण्ड भी अखिलेष यादव को उनकी नई शलीन तथा बेदाग छवि के साथ स्वीकार करने में हिचक नहीं रहा है। रूद्रपुर में श्री अखिलेष यादव को सुनने के लिए विषाल जनसमूह उमड़ पड़ा।
तराई, मैदानी और पर्वतीय तीन अंचलों का संगम उŸाराखण्ड हरिद्वार से हिमालय पर्वत तक उŸाराखण्ड का विस्तार है। पौड़ी-टिहरी, देहरादून, चमोली, नैनीताल, बागेश्वर, चीन का सीमावर्ती पिथौरागढ़, अल्मोड़ा जहां के कारागार में पंडित जवाहर लाल नेहरू कैद रहे वहीं नैनीताल में पं गोविन्द बल्लभ पंत का निवास है। इनके अलावा हमेवती नंदन बहुगुणा और नारायण दŸा तिवारी भी पहाड़ के हैं किन्तु आजादी के आंदोलन में ये मुख्यतः इलाहाबाद में सक्रिय रहे। कौसानी में गांधी जी जिला परिषद के डाक बंगले पर रहे। वहीं उन्होंने गीता पर अनासक्तियोग टिप्पणी लिखी थी। प्रख्यात कवियित्री महादेवी वर्मा जी ने रामगढ़ में भी अपना निवास स्थल बनाया था।
प्रवक्ता ने बताया कि 30 अगस्त 2018 को रूद्रपुर मेंयादव ने पत्रकारों से वार्ता की। बड़ी संख्या में पत्रकारों की मौजूदगी बता रही थी कि अब उनका आभा मंडल उत्तर प्रदेष की सीमाओं को लांघ कर राष्ट्रव्यापी आकार ले रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के विस्तार के लिए यहां अनुकूल वातावरण दिखाई दिया। समाजवादी पार्टी अब जमींन, संगठन से लेकर सदन तक दिखाई देगी। राज्य में पार्टी सिंबल साइकिल पर निकाय चुनाव में भी पार्टी प्रत्याषी उतारेगी। अब उŸाराखण्ड पर विषेष ध्यान दिया जाएगा।
यादव पहाड़ में समाजवादी पार्टी को मजबूत करने पहुंचे थे इसलिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेष दिया कि उत्तर प्रदेष में समाजवादी पार्टी के षासनकाल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं और नोटबंदी के नुकसान, बेकारी, मंहगाई के मुद्दे भी जोरदार ढंग से उठाए। उन्होंने युवाओं से समाजवादी आंदोलन से जुड़ने का आह्वान किया।
प्रवक्ता ने बताया कि 30 अगस्त 2018 को रूद्रपुर मेंयादव ने पत्रकारों से वार्ता की। बड़ी संख्या में पत्रकारों की मौजूदगी बता रही थी कि अब उनका आभा मंडल उत्तर प्रदेष की सीमाओं को लांघ कर राष्ट्रव्यापी आकार ले रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के विस्तार के लिए यहां अनुकूल वातावरण दिखाई दिया। समाजवादी पार्टी अब जमींन, संगठन से लेकर सदन तक दिखाई देगी। राज्य में पार्टी सिंबल साइकिल पर निकाय चुनाव में भी पार्टी प्रत्याषी उतारेगी। अब उŸाराखण्ड पर विषेष ध्यान दिया जाएगा।
यादव पहाड़ में समाजवादी पार्टी को मजबूत करने पहुंचे थे इसलिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेष दिया कि उत्तर प्रदेष में समाजवादी पार्टी के षासनकाल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं और नोटबंदी के नुकसान, बेकारी, मंहगाई के मुद्दे भी जोरदार ढंग से उठाए। उन्होंने युवाओं से समाजवादी आंदोलन से जुड़ने का आह्वान किया।