मालूम हो कि मई २०१७ में बसपा सुप्रीमो मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दकी पर पार्टी की छवि खराब करने व पैसा लेने का आरोप लगाकर बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद कई दिनों तक मायावती और सिद्दकी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। कुछ दिनों बाद सिद्दीकी ने अपनी खुद की पार्टी राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा का गठन कर लिया था।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निकाले जाने के बाद पार्टी के दिग्गज नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा नाम से नई पार्टी का गठन किया था। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा से अलग होने के बाद मायावती पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी और उनके परिवार की जान को मायावती के लोगों से खतरा है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की सुरक्षा की मांग की थी।