सरकार को बदनाम करने के लिए रचि साजिश
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि गत 6 जनवरी को सुबह तड़के आलू फेंकने की घटना में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें दोनों की पहचान अंकित सिंह और संतोष पाल के रुप में हुई है। एसएसपी के मुताबिक इन लोगों का इरादा सरकार को बदनाम करने का था। वहीं अंकित सिंह सपा का स्थानीय नेता होने के साथ-साथ कन्नौज के एक सपा नेता का करीबी भी बताया जा रहा है, वहीं संतोष डाला ड्राइवर है। अंकित तिर्वा कोतवाली के फगुहा भट्टा गांव का रहने वाला है। इन दोनों को क्राइम ब्रांच, एटीएस और पुलिस टीम ने मिलकर दबोचा है।
तफ्तीश में पता चला है कि अंकित और संतोष से छह अन्य आरोपियों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। दोनों ने दीपेंद्र सिंह चौहान, संजू कटियार, प्रदीप सिंह, शिवेंद्र सिंह, संदीप उर्फ रिक्की यादव और जय कुमार के साथ मिलकर लखनऊ के वीवीआईपी क्षेत्रों में सनसनी फैलानी की साजिश की थी, ताकि वर्तमान सरकार को किसानों के मुद्दे पर फर्जी में घेरा जा सके।
कोल्ड स्टोर से खरीदे थे आलू
जानाकरी के मुताबिक शिवेन्द्र सिंह ने कन्नौज के तिर्वा से नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। शिवेंद्र ने साजिश के तहत पुरानी ठठिया स्थित सतीश जाटव के कोल्ड स्टोर से आलू लिए थे। इसके बाद संदीप ने गाड़ियों की व्यवस्था की। अन्य लोगों ने व्यवस्था कर आलू लखनऊ के 1090 चौराहे तक भेजवाएं। इसके बाद 6 जनवरी को तड़के आलू फेकना शुरु किया गया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल एक लोडर भी बरामद कर लिया है।