– कार्यकर्ताओं ने दिया नारा- ‘हक मांगते हैं भीख नहीं’
– कई कार्यकर्ता गिरफ्तार
छह सूत्रीय मांग, समाजवादी पार्टी का पूरे प्रदेश में हल्लाबोल, कई जगह झड़प के बाद लाठीचार्ज
लखनऊ. सोमवार को राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के यूथ विंग कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन कार्यक्रम चलाया। सपा कार्यकर्ताओं ने डीएम को उनकी छह सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बेरजगारी, किसान, महंगी शिक्षा, निजीकरण, भ्रष्टाचार और नष्ट रोजगार समेत कई मुद्दों पर बात की गई है। ज्ञापन कार्यक्रम के दौरान कई जगह से सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव भी देखने को मिला। वाराणसी, गाजीपुर, प्रयागराज में पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। राजधानी लखनऊ में भी नोकझोंक हुई। कलेक्ट्रेट गेट के सामने कार्यकर्ता धरने पर बैठे गए। जिससे जाम की स्थिति पैदा हो गई। करीब एक घंटे के बाद सपा कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट गेट से हटाया जा सका। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गईं व धारा 144 का भी उल्लंघन हुआ।
इन मुद्दों पर सौंपा ज्ञापन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रदेश के सभी कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन का आवाहन किया था। इससे पहले उन्होंने योगी सरकार पर शिक्षा, महंगाई, भ्रष्टाचारी को लेकर कटाक्ष भी किया था। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी राजधानी समेत पूरे प्रदेश मे सड़कों पर उतरी। सपा के युवा कार्यकर्ताओं ने बेहाल किसान, महंगी शिक्षा, बेरोजगारी, निजीकरण, भ्रष्टाचार और नष्ट रोजगार, आरक्षण पर वार और यूपी में बीएड प्रवेश परीक्षा में दलित छात्रों के निशुल्क प्रवेश पर रोक मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने के बाद घंटों धरना दिया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को धरने से उठाया।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी जिलाध्यक्ष, महानगर और यूथ फ्रंटल के कार्यकर्ताओं द्वारा किसान बेहाल, बेरोजगारी, महंगी शिक्षा को लेकर मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया। लखनऊ में सपा कार्यकर्ता डीएम को संबोधित ज्ञापन देने के लिए कैसरबाग स्थित कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसको लेकर कार्यकर्ता और पुलिस के बीच काफी देर तक तीखी नोकझोंक हुई। कई जगह लाठीचार्ज भी हुई।
सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज प्रदर्शन के दौरान सपाइयों ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। सपाइयों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वाराणसी में जिला मुख्यालय पर धरना दे रहे सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस नोकझोंक हो गई, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को खदेड़ा। इसी तरह कानपुर में भी सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। कई जगह कार्यकर्ता बिना मास्क के नजर आए।
बैरिकेडिंग लगाकर रोका पुलिस ने करीब 60 से 70 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। वाराणसी में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन भेजा गया। महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। डीएम से मिलकर अपनी बात कहने जा रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज शर्मनाक है। हमारे कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। सरकार की नीतियों से खफा सपा के लोहिया वाहिनी, युवजनसभा, छात्र सभा, यूथ ब्रिगेड के युवा कार्यकर्ताओं ने अर्दली बाजार स्थित पार्टी कार्यालय से जुलूस निकाला। डीएम से मिलने जा रहे कार्यकर्ताओं को जिला मुख्यालय पर पहुंचते ही पुलिस ने लोहे की बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया।
‘हक मांगते हैं भीख नहीं’ किसान, बरोजगारी जैसे मुद्दों पर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सपा कार्यकर्ताओं ने अपने आप को जंजीरों में जकड़कर ‘हक मांगते हैं भीख नहीं का नारा दिया। सपाइयों ने कोरोना काल में भीड़ इकट्ठा कर धारा 144 का उल्लंघन किया। धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में जिला प्रशासन ने भीड़ में शामिल सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं। सपा कार्यकर्ताओं ने सपा कार्यालय से लेकर कलेक्ट्रेट के गेट तक प्रदर्शन किया।