शिवपाल ने दोहराया हर सीट से मोर्चा का होगा प्रत्याशी
शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के लोकसभा चुनाव में 80 सीटों पर चुनाव लडऩे का ऐलान एक बार फिर से दोहराया है। उनके ऐलान के बाद उनके भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कदम को अपनी पार्टी के लिए लाभकारी बताया है। इससे समाजवादी पार्टी को भाई-भतीजावाद के आरोपों से मुक्ति मिल जाएगी। इससे अंतर नहीं पड़ता।
शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के लोकसभा चुनाव में 80 सीटों पर चुनाव लडऩे का ऐलान एक बार फिर से दोहराया है। उनके ऐलान के बाद उनके भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कदम को अपनी पार्टी के लिए लाभकारी बताया है। इससे समाजवादी पार्टी को भाई-भतीजावाद के आरोपों से मुक्ति मिल जाएगी। इससे अंतर नहीं पड़ता।
चलो सपा में भाई भतीजावाद खत्म होगा
अखिलेश यादव से जब शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चलो अच्छा है, इससे परिवारवाद वाला मुद्दा भी खत्म हो जाएगा। इस मोर्चे के गठन का ऐलान इस बात को दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं और हरेक व्यक्ति को अपनी बात कहने का पूरा हक है। किसी को नजरंदाज नहीं किया जा रहा है।
अखिलेश यादव से जब शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चलो अच्छा है, इससे परिवारवाद वाला मुद्दा भी खत्म हो जाएगा। इस मोर्चे के गठन का ऐलान इस बात को दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं और हरेक व्यक्ति को अपनी बात कहने का पूरा हक है। किसी को नजरंदाज नहीं किया जा रहा है।
शिवपाल के सम्पर्क में कई बड़े नेता
शिवपाल सिंह यादव के मोर्चा बनाए जाने के बाद से विभिन्न पार्टियों में उपेक्षित महसूस कर रहे कई बड़े नेता उनके साथ आ गए हैं। जल्द ही उन्हें मोर्चे में महत्वपूर्ण जगह दी जाएगी। ऐसी स्थिति में शिवपाल सिंह यादव अलग अलग क्षेत्र का दौरा करके हालात का जायजा लेना शुरू कर दिया है। उन्हें उम्मीद है कि मोर्चा जल्द ही यूपी के सियासी समीकरण बदलेगा। यही कारण है कि मोर्चा के गठन के बाद सपा संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव जो लम्बे समय से दफ्तर नहीं आ रहे थे, उन्होंने भी अचानक सपा कार्यालय आना शुरू कर दिया है।
शिवपाल सिंह यादव के मोर्चा बनाए जाने के बाद से विभिन्न पार्टियों में उपेक्षित महसूस कर रहे कई बड़े नेता उनके साथ आ गए हैं। जल्द ही उन्हें मोर्चे में महत्वपूर्ण जगह दी जाएगी। ऐसी स्थिति में शिवपाल सिंह यादव अलग अलग क्षेत्र का दौरा करके हालात का जायजा लेना शुरू कर दिया है। उन्हें उम्मीद है कि मोर्चा जल्द ही यूपी के सियासी समीकरण बदलेगा। यही कारण है कि मोर्चा के गठन के बाद सपा संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव जो लम्बे समय से दफ्तर नहीं आ रहे थे, उन्होंने भी अचानक सपा कार्यालय आना शुरू कर दिया है।
शिवपाल ने मोर्चे ढांचा किया और मजबूत, इस पर बोले अखिलेश-अंतर नहीं पड़ता