लखनऊPublished: Nov 07, 2023 07:14:20 pm
Janardan Pandey
पूर्वांचल, अवध, ब्रज, बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी हर जगह यूपी की ग्रामीण महिलाएं कटे-फटे-पुराने-बेकार कपड़े, रजाई से निकली रुई से माहवारी का खून रोकने पर मजबूर हैं। उनके पास पैड खरीदने के पैसे नहीं हैं, बाजार जाने की छूट नहीं है, पुरुषों को दवा दुकानों से पैड मांगने में शर्म आती है। पत्रिका यूपी के 12 रिपोर्टर लगातर 10 दिनों तक यूपी के गांवों में जूझते रहे। यह रिपोर्ट 150 गांवों में लड़कियों और महिलाओं से बातचीत के आधार पर तैयार की गई है।