डॉ अनिल मिश्र ने बताया कि प्लिंथ निर्माण के लिए कर्नाटक व तेलंगाना से ग्रेनाइट पत्थरों की आपूर्ति की जा रही है। मुख्य मंदिर गर्भगृह निर्माण को हर हाल में दिसंबर 2023 तक तैयार कर श्रीरामलला दर्शन शुरू किया जाएगा।
इसके लिए बंसी पहाड़पुर की कार्यशाला में तराशे जा रहे पत्थरों की जानकारी हासिल की गई है। जिससे मंदिर में नक्काशी के पत्थरों से निर्माण में किसी तरह से कभी कोई रुकावट नहीं आ पाए। रिटेनिंग वॉल दक्षिण की तरफ 6 मीटर नीचे तक बन गई है। 6 मीटर और निर्माण होना है। इसी तरह पश्चिमी सिरे में भी रिटेनिंग वॉल का निर्माण करवाया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को व्यापक सुरक्षा सलाह के लिए सीआईएसएफ को तैनात किया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने सीआईएसएफ के ‘एंटी-सबोटाज’ सुरक्षा विशेषज्ञों से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के साथ मिलकर निर्माण के चरण से ही सेवा देने का आग्रह किया था।
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिए दो महीने पहले सीआईएसएफ की सलाहकार इकाई की सेवा के वास्ते गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा था। अधिकारी ने कहा कि सीआईएसएफ ने हाल में परियोजना की पहली मसौदा रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपी थी।