इमरजेंसी वार्ड और ट्रामा सेंटर में हुई बेड़ों की बढ़ोतरी(Increase in fleet in emergency ward and trauma center)
एसजीपीजीआई(SGPGI) में 210 बेड का इमरजेंसी डिपार्टमेंट औऱ 50 बेड का ट्रामा सेंटर बनाया जा रहा है जिससे इलाज करने आये किसी भी मरीज को इधर-उधर ना भागना पड़े| क्युकी अकसर दूसरे जिलों से आये मरीजों को परेशानी होने लगती है| इन सब समस्याओं को देखते हुए ही एसजीपीजीआई ने जल्द ही इमरजेंसी विभाग में बेड़ों की संख्या में बढ़ौतरी करने का फैसला लिया है ताकि रेफेरल, स्थानीय और दूसरे जिले से आये लोगों को जल्द से जल्द मदद मुहैया कराई जा सके|
एसजीपीजीआई(SGPGI) में 210 बेड का इमरजेंसी डिपार्टमेंट औऱ 50 बेड का ट्रामा सेंटर बनाया जा रहा है जिससे इलाज करने आये किसी भी मरीज को इधर-उधर ना भागना पड़े| क्युकी अकसर दूसरे जिलों से आये मरीजों को परेशानी होने लगती है| इन सब समस्याओं को देखते हुए ही एसजीपीजीआई ने जल्द ही इमरजेंसी विभाग में बेड़ों की संख्या में बढ़ौतरी करने का फैसला लिया है ताकि रेफेरल, स्थानीय और दूसरे जिले से आये लोगों को जल्द से जल्द मदद मुहैया कराई जा सके|
लखनऊ में कहाँ-कहाँ पर होती है इमरजेंसी हालत में भर्ती(Emergency admit of patient in Lucknow)
लखनऊ में SGPGIMS के साथ KGMU (King George Medical University) में ही सबसे ज्यादा इमरजेंसी पेशेंट्स को भर्ती किया जाता है| ट्रॉमा सेंटर, क्वीन मैरी, लारी कॉर्डियोलॉजी डिपार्टमेंट, बलरामपुर अस्पताल और सिविल अस्पताल में भी इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं|
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लखनऊ में SGPGIMS के साथ KGMU (King George Medical University) में ही सबसे ज्यादा इमरजेंसी पेशेंट्स को भर्ती किया जाता है| ट्रॉमा सेंटर, क्वीन मैरी, लारी कॉर्डियोलॉजी डिपार्टमेंट, बलरामपुर अस्पताल और सिविल अस्पताल में भी इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं|
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