शासन से किया था अनुरोध बता दें कि नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने कान्हा उपवन में रह रहे 11 हजार गोवंश पशुओं के लिए चारे पर गहराते संकट को लेकर अपर मुख्य सचिव नगर विकास को एक पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया था कि गोशालाओं में गोवंशों के चारे की चयनित संस्थाओं से आपूर्ति की जाती है। शाहजहांपुर से 80 प्रतिशत भूसा आता है, लेकिन शाहजहांपुर के डीएम ने जिले से बाहर भूसा ले जाने से मना कर दिया है। प्रशासन सिर्फ श्रीमाता श्रीगोशाला और बरसाना गोशाला को ही भूसा दिए जाने की अनुमति दे रहा है। पत्र में अनुरोध किया गया है कि संंबंधित जिलों और खासकर शाहजहांपुर के जिलाधिकारी को भूसा लखनऊ आने से न रोकने के लिए निर्देशित किया जाए।
डीएम को लिखा पत्र उधर, नगर विकास के विशेष सचिव डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी की तरफ से जिलाधिकारी शाहजहांपुर को भी पत्र लिखा गया है, जिसमें नगर आयुक्त के पत्र का हवाला देते हुए कहा गया कि लखनऊ को भूसे की आपूर्ति करने वाली संस्थाओं को भूसा ले जाने से न रोका न जाए और इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाए। इसके साथ ही रविवार को कान्हा उपवन का निरीक्षण करने आए लखनऊ मंडल के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना के सामने भी अधिकारियों ने शाहजहांपुर से भूसा न आ पाने का मामला उठाया गया था। गौरतलब है कि बारिश में भूसे की मांग बढ़ जाती है, तब महंगे दामों पर उसकी बिक्री होती है।