जानिए 60 हज़ार करोड़ के साइन सिटी घोटाले में अब तक कौन कौन हुए गिरफ्तार
लखनऊPublished: Sep 23, 2021 04:27:36 pm
इन सिटी नामक यह रियल स्टेट कंपनी मकान देने दावा करती थी, इस कम्पनी में मधयम वर्ग के लोग घर खरीदने के लिए अपना पैसा जमा करते थे ।
जानिए 60 हज़ार करोड़ के साइन सिटी घोटाले में अब तक कौन कौन हुए गिरफ्तार
लखनऊ.सस्ते मकान और प्लाट का सपना दिखाकर पूरे देश में हजारों लोगों से करीब 60 हजार रुपए ठगने वाली शाइन सिटी कंपनी के प्रमुख राशिद नसीम की पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कम्पनी का मालिक रशीद नसीम दुबई में बैठा है। पुलिस हजारों करोड़ की इस ठगी की जांच कर रही है। साइन सिटी के खिलाफ देशभर में 3000 से अधिक मामले दर्ज हैं जबकि, अकेले लखनऊ में 300 से अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस साइन सिटी के कम से कम पांच प्रमुख लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। यह सभी कंपनी के मुख्य स्तम्भ थे।
1.शगुफ्ता राशिद-ठग राशिद नसीम की पत्नी भी गिरफ्तार हो चुकी है। इसको पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज के डालीबाग स्थित ग्रान्डियर अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया है। रशीद के साथ हज़ारों करोड़ की ठगी में इसका पूरा पूरा हाथ है। इसने गीत ज्वेलरी नामक कंपनी भी खोली थी जहां बहुत कम दामों में ज्वेलरी देने की बात की जाती थी।
2.सबा फातिमा-शाइन सिटी ग्रुप ऑफ़ कम्पनी में बतौर कर्मचारी काम करने वाली सबा फातिमा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सबा फातिमा को पुलिस ने गोमती नगर के उजरियांव से गिरफ्तार किया है। यह सभी लोगो को अपनी कंपनी का ओवरव्यू देती थी। और भोले-भाले लोगों को कंपनी कीजालसाजी में फंसाती थी।
3.अमिताभ श्रीवास्तव – अमिताभ साइन सिटी का अध्यक्ष था। यह राशिद का सबसे खास आदमी था। इसने बनारस के दशाश्वमेध घाट पर अपनी किंग्सटन बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड नामक एक कंपनी खोल रखी थी। जिसमे वह भी लोगों को प्लाट बेचता था। इसकी कंपनी रशीद के साथ मिल कर काम करती थी। घोटाले के बाद अमिताभ को पुलिस ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया।
4.मोहम्मद अकरम – शाइन सिटी के जगुआर टीम का प्रेसीडेंट मोहम्मद अकरम भी गिरफ्तार हो चुका है। अकरम को कंपनी ने पांच करोड़ का कमीशन दिया था जिसके बाद इसने एक और कंपनी खोली जिसमें यह पालिसी पर पांच प्रतिशत मासिक के रूप में वापस धन देने का प्रस्ताव रखता था।
5.अनूप सिंह – सीनियर बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर के पद पर तैनात अनूप सिंह साइन सिटी कंपनी में महत्वपूर्ण भूमिका में था। यह लोगों को मोटा मुनाफा का लालच देता था। कंपनी में इसे 50 लाख प्रति महीने मुनाफे का टारगेट ले रखा था। यह रशीद के महत्वपूर्ण आदमियों में से एक था।