लखनऊ

बोले शिवपाल- ईवीएम में गड़बड़ी होती तो मैं विधायक न होता

शिवपाल मानते हैं कि ईवीएम में कहीं गड़बड़ी नहीं है। अभी तक तो इसका कोई सुबूत नहीं मिला है।

लखनऊDec 07, 2017 / 03:53 pm

Ashish Pandey

Shivpa yadavl

लखनऊ. एक ओर जहां सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ईवीएम को लेकर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं उनके चाचा और पार्टी विधायक शिवपाल यादव ने ईवीएम से छेड़छाड़ को खारिज कर दिया। निकाय चुनाव के बाद बसपा, सपा और अन्य दलों ने भाजपा की जीत पर ईवीएम को लेकर निशाना साधा था, लेकिन यहां शिवपाल सिंह यादव का बयान भाजपा को जरूर राहत देने वाला है। शिवपाल सिंह यादव की ईवीएम को लेकर राय जुदा है। शिवपाल मानते हैं कि ईवीएम में कहीं गड़बड़ी नहीं है। अभी तक तो इसका कोई सुबूत नहीं मिला है। उन्होंन ईवीएम से छेड़छाड़ को खारिज कर दिया।
सपा सरकार में सिंचाई और लोक निर्माण मंत्री रहे शिवपाल यादव ने सपा के गढ़ माने जाने वाले मैनपुरी में साफ कहा कि ईवीएम में कोई गड़बड़ी नहीं है। अगर इसमें कोई गड़बड़ी होती तो तमाम मामले सामने आ जाते। अभी तक तो एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है। इटावा के जसवंतनगर से सपा के विधायक शिवापाल सिंह नहीं मानते हैं कि ईवीएम में कोई खोट है। उन्होंने साफ कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ी होती तो मैं भी विधानसभा चुनाव नहीं जीतता। शिवपाल का यह कथन पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के इन आरोपों का खंडन करता है कि नगर निगम चुनावों में भाजपा ने मेयर पदों पर भारी जीत ईवीएम में गड़बड़ी किए जाने से की।
उन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी के अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि मैं तो ईवीएम से हुए चुनाव में जीता हूं। मेरे पास ईवीएम को लेकर कोई सुबूत नहीं है। कोई सुबूत होगा, तो इस पर बोलूंगा। कहा-ईवीएम में गड़बड़ी के दावों का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ईवीएम से छेड़छाड़ हुई। ईवीएम में छेड़छाड़ के कोई सुबूत नहीं हैं। सुबूत हों तो ही इस संबंध में बात की जा सकती है। उन्होंने कहा कि उनके सारे समर्थक भी निकाय चुनाव में जीते हैं। बिना सुबुत के ईवीएम में छेड़छाड़ की बात वे नहीं कह सकते।
… तो सपा को जीत दिला देता

मैनपुरी के करहल में एक विवाह समारोह में आए सपा नेता शिवपाल यादव ने निकाय चुनाव में कभी सत्ता में रही सपा की करारी हार पर कहा कि हमें जिम्मेदारी मिली होती तो चुनाव में विजय होती। उन्होंने करहल में सपा के दूसरा प्रत्याशित घोषित करने और समर्थन दूसरे प्रत्याशी को देने के सवाल पर कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने जिनका समर्थन किया था, वह जीत गए। किसी का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने जो प्रत्याशी उतारे, उसकी जिम्मेदारी उनकी ही थी। उन सभी को जीत मिली। उन्होंने यह भी कहा कि निकाय चुनावों में उन्होंने जितने भी प्रत्याशियों को समर्थन किया वे सभी विजयी रहे। उनका कहना था कि निकाय चुनावों में पराजय की जिम्मेवारी पूरी पार्टी को लेनी होगी।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.